25 जुलाई सोमवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष:आज आप चल रही समस्याओं का समाधान पाने में सफल रहेंगे। भौतिक सुख साधनों में वृद्धि होगी। मौज मस्ती में भी समय व्यतीत होगा। विद्यार्थियों को उनकी सफलता के लिए पुरस्कार भी प्राप्त हो सकता है। अभीष्ट मित्रों व गुरु के सानिध्य में भी समय व्यतीत होगा। स्वास्थ्य सुधार होगा।

वृष: मानसिक सुख शांति का अनुभव होगा। पठन-पाठन, कथा-लेखन में रुचि बनेगी। उचित कार्य समय पर पूरे हो जाने से मन प्रसन्न रहेगा। मन में चल रही किसी प्रकार की ऊहापोह समाप्त होगी। मित्र तथा परिजन मददगार साबित होंगे।

मिथुन: आज दिनचर्या में कुछ नयापन लाने का प्रयास करेंगे। जिसमें पारिवारिक सदस्यों का भी सहयोग रहेगा। विद्यार्थियों तथा युवाओं की प्रतियोगी अथवा विभागीय परीक्षा संबंधी परिणाम उनके पक्ष में आएंगे। घर के किसी सदस्य की विवाह संबंधी तैयारियों में भी समय व्यतीत होगा।

कर्क:आज आप किसी महत्वपूर्ण कार्य को विशेष तरीके से संपादित करने में सक्षम रहेंगे। आपका मान-सम्मान और यश-कीर्ति का ग्राफ भी ऊपर की ओर चढ़ेगा। संपत्ति संबंधी विवाद किसी की मध्यस्थता द्वारा हल करने का प्रयास करें, अवश्य ही सफलता मिलेगी।

सिंह:आज आप मनमौजी स्वभाव से लुफ्त उठाएंगे। रिश्तों को और अधिक मजबूत करने में आपका विशेष प्रयास रहेगा। प्यार और स्नेह के बल पर आप सफल भी रहेंगे। आप अपने अहम को छोड़कर किसी से मिलेंगे – जुलेंगे जिससे आपको विशेष रूप से मान-सम्मान प्राप्त होगा। यात्रा योग प्रबल है। स्वास्थ्य लाभ होगा।

कन्या: आज दिन भर अत्यधिक व्यस्तता बनी रहेगी। आपको स्वयं के लिए वक्त नहीं मिल पाएगा परंतु आप इस स्थिति का आनंद उठाएंगे। धन संबंधी योजनाएं सफल होंगी। संतान के विवाह, कैरियर आदि संबंधी चिंताएं समाप्त होंगी।

तुला: सामाजिक कार्यों में व्यस्तता बनी रहेगी और रिश्ते भी मजबूत होंगे। कोई पुराना विवाद हल होगा। दौड़-धूप बनी रहेगी परंतु उसके परिणाम भी शानदार हासिल होंगे। कोई अटका हुआ धन मिलने की भी उम्मीद है, इसलिए प्रयासरत रहें।

वृश्चिक: किसी विशिष्ट व्यक्ति से मुलाकात होगी। तथा किसी पुरानी गलतफहमी का भी निराकरण होगा। आर्थिक पक्ष भी उत्तम बना रहेगा। पिछले कुछ समय से चल रही चिंताओं से राहत मिलेगी। जिससे आप पुनः ऊर्जावान होकर अपने कार्यों के प्रति ध्यान एकाग्रचित्त कर पाएंगे।

धनु:आज आप अपनी आंतरिक शक्तियों को महसूस करेंगे। जिससे आपकी मानसिक स्थिति बहुत ही सकारात्मक रहेगी। लोग भी आपकी प्रतिभा के कायल हो जाएंगे। किसी प्रियजन का घर में आगमन सभी लोगों को खुशी प्रदान करेगा।

मकर: आज संतान की समस्याओं संबंधित कार्यो में अधिक समय व्यतीत होगा। आप अपनी फिटनेस पर भी ध्यान देंगे। आप में हिम्मत आत्मविश्वास और आशा का संचार रहेगा। परिजनों के साथ घूमने-फिरने तथा मनोरंजन संबंधी कार्यों में भी समय व्यतीत होगा।

कुंभ:आज आपका दिन बेहतर रहेगा। अधिकतर समय आध्यात्मिक धार्मिक गतिविधियों में व्यतीत होगा। बुजुर्गों का आशीर्वाद व स्नेह पाकर आप प्रगति पथ पर आगे बढ़ेंगे। आप हर निर्णय को बहुत ही सोच समझकर लेने से अपने कार्यों में आशातीत सफलता प्राप्त करेंगे।

मीन: आज भाग्य का सितारा बुलंद रहेगा। कल्पनाओं की दुनिया से निकलकर यथार्थ के धरातल पर आएं। आपका सकारात्मक रवैया आपके व्यक्तित्व को निखारेगा तथा आपको राजनैतिक व सामाजिक रूप से सम्मानित भी करेगा। आपकी प्रतिभा व योग्यता सबके सामने आएगी।

🕉️ll ~ वैदिक पंचांग ~ll 🕉️
⛅दिनांक – 25 जुलाई 2022
⛅दिन – सोमवार
⛅विक्रम संवत – 2079
⛅शक संवत – 1944
⛅अयन – दक्षिणायन
⛅ऋतु – वर्षा
⛅मास – श्रावण
⛅पक्ष – कृष्ण
⛅तिथि – द्वादशी शाम 04:15 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
⛅नक्षत्र – मृगशिरा रात्रि 01:06 तक तत्पश्चात आर्द्रा
⛅योग – ध्रुव दोपहर 03:04 तक तत्पश्चात व्याघात
⛅राहु काल – सुबह 07:47 से 09:27 तक
⛅सूर्योदय – 05:30
⛅सूर्यास्त – 06:25
⛅दिशा शूल – पूर्व दिशा में
⛅ब्रह्म मुहूर्त – प्रातः 04:42 से 05:25 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:25 से 01:08 तक
⛅व्रत पर्व विवरण – सोमप्रदोष व्रत
⛅ विशेष – द्वादशी को पूतिका (पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है ।
(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🔹पेट सम्बन्धी तकलीफों में🔹

🔹नींबू के रस में सौंफ भिगो दें और जितना नींबू का रस, सौंफ पी ले । फिर सौंफ में थोड़ा काला नमक या संत कृपा चूर्ण मिलाकर तवे में सेंक कर रख दो । ये लेने से पेट का भारीपन, बदहाजमा दूर होगा और भूख खुलकर लगेगी । कब्ज की तकलीफ भी ठीक हो जायेगी ।

🔹आरती में कपूर का उपयोग क्यों ?🔹

🔹सनातन संस्कृति में पुरातन काल से आरती में कपूर जलाने की परम्परा है । आरती के बाद आरती के ऊपर हाथ घुमाकर अपनी आँखों पर लगाते हैं, जिससे दृष्टी-इन्द्रिय सक्रिय हो जाती है ।

🔹बोलते हैं कि संध्या होती है तो दैत्य-राक्षस हमला करते हैं इसलिए शंख, घंट बजाना चाहिए, कपूर जलाना चाहिए, आरती-पूजा करनी चाहिए । संध्या के समय और सुबह के समय वातावरण में विशिष्ट एवं विभिन्न प्रकार के जीवाणु होते हैं जो श्वासोच्छवास के द्वारा हमारे शरीर में प्रवेश करके हमारी जीवनरक्षक कोशिकाओं से लड़ते हैं । देव-असुर संग्राम होता है, देव माने सात्त्विक कण और असुर माने तामसी कण । कपूर की सुगंधि से हानिकारक जीवाणु एवं विषाणु रूपी राक्षस भाग जाते हैं ।

🔹वातावरण में जो अशुद्ध आभा है इससे तामसी अथवा निगुरे लोग जरा-जरा बात में खिन्न होते हैं, पीड़ित होते हैं लेकिन कपूर और आरती का उपयोग करनेवालों के घरों में ऐसे कीटाणुओं का, ऐसी हलकी आभा का प्रभाव नहीं टिक सकता ।

🔹अत: घर में कभी-कभी कपूर जलाना चाहिए, गूगल का धूप करना चाहिए । कभी-कभी कपूर की १ – २ छोटी-छोटी गोली मसल के घर में छिटक देनी चाहिए । उसकी हवा से ऋणायान बनते हैं, जो हितकारी हैं । वर्तमान के माहौल में घर में दीया जलाना अथवा कपूर की कभी-कभी आरती कर लेना अच्छा है ।

🔹अकाल मृत्यु से रक्षा हेतु🔹

🔹भगवान नारायण देवउठी (प्रबोधिनी) एकादशी को योगनिद्रा से उठते हैं । उस दिन कपूर से आरती करनेवाले को अकाल मृत्यु से सुरक्षित होने का अवसर मिलता है ।

🔹कपूर का वैज्ञानिक महत्त्व🔹

🔹कई शोधों के बाद विज्ञान ने कपूर की महत्ता को स्वीकारा है । कपूर अपने आसपास की हवा को शुद्ध करता है, साथ ही शरीर को हानि पहुँचानेवाले संक्रामक जीवाणुओं को दूर रखने में मददगार होता है । इसकी भाप या सुगंध सर्दी-खाँसी से राहत देती है तथा मिर्गी, दिमागी झटके एवं स्थायी चिंता या घबराहट को कम करती है । कपूर की भाप या इसके तेल की उग्र सुगंध से नासिका के द्वार खुल जाते हैं । यह सुगंध श्वसन-मार्ग, स्वर-तंत्र, ग्रसनी, नासिका-मार्ग तथा फुफ्फुस-मार्ग हेतु तुरंत अवरोध-निवारक का काम करती है । इसलिए कपूर का उपयोग सर्दी-खाँसी की कई दवाओं (बाम आदि) में किया जाता है । कपूर-भाप की सुंगध बलगमयुक्त गले की सफाई करके श्वसन-संस्थान के मार्ग खुले करने में मदद करती है । कपूर मसलकर शरीर पर लगाने से यह रक्त प्रवाह बढ़ाता है ।

    *🕉️~  पंचांग ~🕉️*

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