लक्ष्मी नारायण मंदिर में हरि सत्संग का हुआ आयोजन
गोला:सनातन धर्म, जिसका अर्थ है शाश्वत धर्म। यह हिन्दू धर्म का हीं एक वैकल्पिक नाम है। आत्मा के रुप में किसी की आध्यात्मिक पहचान के अनुसार किए गए कर्तव्य और इस प्रकार यह सभी के लिए समान है। उपरोक्त बातें पुणे (महाराष्ट्र) से मनीषी, चिंतक, ज्ञानमार्ग के पथिक, सद्मार्ग मिशन के प्रवर्तक पंडित संजय भारद्धाज ने गोला में कही। पं. भारद्वाज शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर स्व. डाॅ.अजित कुमार द्वारा स्थापित चित्तरंजन सेवा सदन एन्ड रिसर्च सेंटर गोला के परिसर में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में हरि नाम सुमिरन एवं सत्संग में बोल रहे थे। दया, धैर्य, सहनशीलता, आत्म-संयम, उदारता और तपस्या जैसे गुण सनातन में शामिल हैं। सत्य ही सनातन है और सनातन में ही सभी समाहित है। नर में नारायण हैं और नारायण का ध्यान करिए, जिससे आपका कल्याण होगा। सत्संग के बाद मंदिर में प्रसाद का वितरण एवं भंडारे का आयोजन हुआ। मौके पर सेवा सदन की संचालिका वंदना अम्बष्ट, सनत कुमार सिन्हा, डॉ. संजीव कृष्ण जमुवार, सुधा संजय भारद्वाज, डॉ. अनुपमा वर्मा, चायना मालुवा, वीनू जमुवार, विनीता सिन्हा, रेखा सिन्हा, अनीता सिन्हा, सीता बक्सी, कुंवर कुमार बक्सी, अरुण बक्सी, संजय बक्सी, मनोज मिश्र, सदानंद प्रमाणिक, रजनीश बक्सी, प्रेमशंकर साव, श्यामलाल महतो, राजेश तिवारी, टोपन महतो, विद्या, शशि, रेनू, बेबी मौजूद थे।