हाल ए कांग्रेसः ग्रासरूट कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए न तो कोई नेता मिला और ना ही कोई कार्यकर्ता
तीन पूर्व प्रवक्ता लाल किशोर, राजेश गुप्ता छोटू एवं आलोक दुबे नेतृत्व से चल रहे नाराज
अंदर की बात
रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा। कुछ ने बागी तेवर अख्तियार कर रखा है। कांग्रेस के तीन प्रवक्ताओं ने बागी रुख तो अपनाया लेकिन उन्हें प्रस्तावित ग्रासरूट कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए न तो कोई नेता मिला और ना ही कोई कार्यकर्ता। नतीजा यह निकला कि तीनों नेताओं ने कार्यक्रम को रद्द होने की घोषणा कर दी। अलबत्ता दावा यह करते गए कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने दिल्ली बुलाया है, इसलिए कार्यक्रम नहीं करेंगे जबकि यह बात भी फौरी तौर पर झूठी साबित हो रही है।
ये चल रहे हैं नाराज
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के तीन पूर्व प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव, राजेश गुप्ता छोटू एवं आलोक दुबे फिलहाल नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं, और प्रवक्ता के दायित्व से मुक्त किए जाने के बाद से ही बागी रुख अख्तियार किए हुए हैं। इन नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ कार्यकर्ताओं को जुटाने का दावा करते हुए मंगलवार को ग्रासरूट्स कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया था। इस कार्यक्रम को लेकर शहर में कुछ जगहों पर पोस्टर भी लगाई गई थी। कांग्रेस कोटे के चारों मंत्रियों और सभी विधायकों को इन नेताओं ने व्यक्तिगत तौर पर आमंत्रित भी किया था। इसके बावजूद कोई बड़ा नेता इनके कार्यक्रम में आने को तैयार नहीं हुआ और कार्यकर्ताओं का भी जुटान संभव नहीं हो सका। नतीजा यह हुआ कि सम्मेलन को स्थगित करना पड़ा। इसके बाद एक मजबूत और इज्जत बचाने वाला बहाना बनाते हुए तीनों नेताओं ने दावा किया है कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने उन्हें दिल्ली मिलने के लिए बुलाया है और इसी कारण से सम्मेलन को रद कर दिया गया है। इस मामले में अविनाश पांडेय के नजदीकी सूत्रों यह जानकारी दी है कि तीनों नेताओं ने मिलने का समय मांगा था और उन्हें समय दिया गया है। किसी को बुलाया नहीं गया है। इसके पूर्व भी इन्होंने प्रदेश प्रभारी से मिलने का समय मांगा था, लेकिन उस वक्त उत्तराखंड चुनाव में रहने के कारण इन्हें समय नहीं दिया गया था।