काली कमाई पर ईडी का वारः झारखंड में ईडी के 91 दिन, 95 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त
आइएएस, डीएमओ, लाइजनर, पत्थर कारोबारी सहित फेरी संचालक भी चढ़े हत्थे, और खुलासा होना बाकी
रांचीः झारखंड में ईडी काली कमाई पर जबरदस्त वार दिया है। झारखंड में ईडी के एक्शन के आज की तारीख में 91 दिन हो गए हैं। छह मई को ईडी ने झारखंड कैडर की निलंबित आइएएस पूजा सिंघल के ठिकानों पर रेड कर एक्शन की शुरूआत की थी। तब से लेकर आज तक आइएएस, लाइजनर, पत्थर कारोबारी , फेरी संतालक सहित कई जिलों के डीएमओ ईडी के हत्थे चढ़ चुके हैं। यहां तक की सीएम के प्रेस सलाहकार और विधायक प्रतिनिधि भी ईडी के लपेटे में हैं। उनसे पूछताछ जारी है। ईडी राज पर राज ईडी उगलवा रही है। राज से पर्दा भी उठ गया है। इन 91 दिनों में ईडी 94.38 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है। सबसे पहले ईडी ने निलंबित आइएएस पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार के आवास से 19.38 करोड़ रुपए जब्त किए थे। फिर ईडी ने साहेबगंज में 75 करोड़ रूपए की संपत्ति जब्त की। इसमें दाहू यादव के मालवाहक जहाज भी जब्त कर लिया गया। जिसकी कीमत 30 करोड़ रुपए आंकी गई। पंकज मिश्रा ओर उनके सहयोगियों की करीब 45 करोड़ रुपये मूल्य का 37.5 लाख क्यूबिक फीट पत्थर भी जब्त किया गया। सूत्रों के अनुसार फिलहाल ईडी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। पुख्ता सूत्रों के अनुसार साहेबगंज में ईडी को अवैध पत्थर खनन से 1000 करोड़ रुपए के कारोबार का साक्ष्य भी मिला है। इडी इन साक्ष्यों का सत्यापन करने में जुटी है। इस खेल में आइएएस और आइएफएस भी भूमिका रही है। बड़ी बात यह है कि ऐसे मामले भी ईडी के सामने आए हैं जहां वैध पट्टा रहने के बावजूद लीज क्षेत्र से बाहर जाकर बड़े पैमाने पर पत्थर उत्खनन किया गया है। वन क्षेत्र या उससे सटे इलाकों में भी पत्थर उत्खनन की बात ईडी के सामने आई है। इस खेल में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दो पूर्व अध्यक्ष की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। साहेबगंज डीएफओ मनीष तिवारी के कार्यालय से भी इडी को अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। सूत्रों के अनुसार ईडी जल्द ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों को समन भेजेगी।

