एक्शन में ईडीः 111 दिन 111 करोड़ की संपत्ति जब्त,अब तक पांच लोग जा चुके हैं सलाखों के पीछे,25 लोगों से हो चुकी है पूछताछ, एक्शन जारी
रांचीः झारखंड में ईडी का एक्शन जारी है। पिछले 111 दिन में ईडी ने 111.58 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है। अब तक पांच लोग सलाखों के पीछे जा चुके हैं। 25 लोगों से पूछताछ हो चुकी है। ईडी ने झारखंड में 30 करोड़ का पानी जहाज, 45 करोड़ का स्टोन चिप्स के अलावा निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के सीए सुमन सिंह के आवास से 19.38 करोड़ जब्त किया था। इसके अलावा 5.34 करोड़ रुपये गत आठ जुलाई को और फिर आरोपितों के बैंक खाते में पड़े 11.88 करोड़ रुपये की जब्त किया था। वहीं ईडी ने चार महंगी गाड़ियां भी जब्त की है, जिनमें जगुआर एफ पेस, टोयला फार्च्यूनर कार शामिल हैं। पूजा सिंघल का प्रकरण शुरू होने से पहले मनरेगा घोटाले में ईडी ने 2.28 करोड़ रुपये जब्त किया था।
ये हैं सलाखों के पीछे
अब तक ये किए जा चुके हैं गिरफ्तार
मनरेगा घोटाले में निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल व उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार की गिरफ्तारी सबसे पहले हुई थी। इसके बाद अवैध खनन के मामल में मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, पंकज मिश्रा के सहयोगी बच्चू यादव की गिरफ्तारी हुई थी। अब नेताओं व नौकरशाहों के करीबी प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी की बात सामने आ रही है।
अब तक इनसे हो चुकी है पूछताछ
मनरेगा घोटाले में खूंटी जिला परिषद् के तत्कालीन कनीय अभियंता राम विनोद प्रसाद सिन्हा, तत्कालीन सहायक अभियंता राजेंद्र कुमार जैन, कार्यपालक अभियंता जय किशोर चौधरी, खूंटी विशेष प्रमंडल के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता शशि प्रकाश के अलावा इस वर्ष छह मई को ईडी ने रिमांड पर लेकर निलंबित आइएएस पूजा सिंघल व उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार के साथ-साथ पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा, राजनेताओं व नौकरशाहों के करीबी विशाल चौधरी, प्रेम प्रकाश, झामुमो से निष्कासित पार्टी के पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल, सीएम के प्रेस एडवाइजर अभिषेक प्रसाद, साहिबगंज के डीएमओ विभूति कुमार, दुमका के डीएमओ कृष्ण कुमार किस्कू, पाकुड़ के डीएमओ प्रदीप साह, खूंटी के डीएमओ मोहम्मद शमी, चाईबासा के डीएमओ निशांत अभिषेक, सरायकेला के डीएमओ सन्नी कुमार, चतरा के डीएमओ गोपाल कुमार दास, रांची के डीएमओ संजीव कुमार से लंबी पूछताछ की। इसके बाद मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, पंकज मिश्रा के सहयोगी दाहू यादव, बच्चू यादव व जेवर व्यवसायी संजय दीवान, पंकज मिश्रा के सहयोगी विष्णु यादव, पवीतर यादव से भी ईडी पूछताछ कर चुका है।
पिछले आठ आठ साल में ईडी ने एटैच की है 19111 करोड़ रुपए की संपत्ति
पिछले आठ साल में ईडी ने देश भर में रेड कर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्टके तहत 19,111 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की है. इसमें फर्जीवाड़े से जुड़ी 22,856 करोड़ रुपए की रकम का 84.61 प्रतिशत है. इनमें से 15,113 करोड़ रुपये की संपत्ति यानी फर्जीवाड़े वाली रकम का 66.91 प्रतिशत, को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को वापस लौटा दिया गया है.
देश में लगातार बढ़ रही ईडी की छापेमारी
2014-2022 के दौरान ईडी की छापेमारी, 2004 और 2014 के बीच की छापेमारी की तुलना में 27 गुना बढ़ी है. इस दौरान छापेमारी की संख्या 3,010 रही, जबकि 2004 से 2014 के बीच इसकी संख्या 112 थी. प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट , 2002 में बनाया गया था, लेकिन इसे 1 जुलाई 2005 से लागू किया गया.
31 मार्च 2022 तक ईडी की अटैच सम्पत्ति एक लाख करोड़ रुपये से अधिक
रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मार्च, 2022 तक ईडी द्वारा अटैच की गई संपत्ति की वैल्यू 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक थी. न्यायिक प्राधिकरण ने पीएमएलए के तहत ईडी द्वारा अटैच की गई 60,000 करोड़ रुपए की संपत्ति को बरकरार रखा है, जबकि दूसरे मामलों पर कार्यवाही अभी जारी है. जब से पीएमएलए लागू हुआ है, ईडी ने 5,422 मामले दर्ज किए हैं और 25 मामलों में सजा तय करने में सफल रहा है.
ईडी ने 2019-20 में सबसे ज्यादा संपत्तियों को अटैच किया
ईडी ने 2019-20 में सबसे ज्यादा संपत्तियों को अटैच किया, जिनका मूल्य 28,800 करोड़ रुपये है. हर साल औसतन 100 से अधिक चार्जशीट दाखिल करने के साथ 2020-21 में सबसे अधिक 981 पीएमएलए मामले दर्ज किए गए.