ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन के सुरक्षा अधिकारी और बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल अधीक्षक को दिया नोटिस
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी अधिकारियों पर धीरे धीरे ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है। इसकी कड़ी में रांची स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के अधीक्षक हामिद अख्तर और सीएम हेमंत सोरेन आवास के सुरक्षा अधिकारी को नोटिस जारी किया है.जेल अधीक्षक को 19 अक्तूबर और सीएम आवास के सुरक्षा अधिकारी को 20 अक्तूबर को हाजिर होने का निर्देश दिया गया है. सीएम आवास के सुरक्षा अधिकारी को डीजीपी के माध्यम से नोटिस भेजी गया है.जेल अधीक्षक से अमित अग्रवाल द्वारा सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता नियुक्ति के लिए इस्तेमाल किये गये वकालतनामा को लेकर पूछताछ की जायेगी.
उन्हें बताना होगा कि उन्होंने अभियुक्त अमित अग्रवाल के वकालतनामा पर उसके हस्ताक्षर को कब सत्यापित किया था. उस समय अभियुक्त न्यायिक हिरासत में जेल में था या इडी की रिमांड पर.
सीएम आवास के सुरक्षा अधिकारी को प्रेमप्रकाश के घर से मिले दो एके-47 और 60 गोलियों को लेकर जानकारी देनी होगी. बताना होगा कि सीएम आवास की सुरक्षा में तैनात दोनों गार्ड ड्यूटी पर थे या नहीं. उनके हथियार पीपी के घर कैसे पहुंचे. इस मामले में पुलिस ने क्या कार्रवाई की.
अवैध खनन में गिरफ्तार प्रेम प्रकाश (पीपी) राज्य के वरीय अधिकारियों से पैसा कलेक्ट करता था. प्रेम प्रकाश के कर्मचारी अनिल झा ने प्रवर्तन निदेशालय (इडी) को दिये अपने बयान में इसकी जानकारी दी है.
साथ ही यह भी कहा है कि वह प्रेम प्रकाश के निर्देश पर साल में 25-30 करोड़ रुपये नकद लाकर उसे देता था. अनिल झा ने एक बार पेंटालून के बेसमेंट के पास से एक आदमी से एक करोड़ रुपये लाकर प्रेम प्रकाश को दिये थे. उसने जिस व्यक्ति से पैसा लिया था, वह सीए सुमन कुमार ही था, वह यह निश्चित तौर पर नहीं कह सकता है.
अनिल झा ने बयान में यह कहा है कि प्रेम प्रकाश का संबंध राज्य के प्रभावशाली लोगों के साथ है. वह टेंडर मैनेज करने में परसेंटेज लेता है. इसके अलावा प्रभावशाली लोगों के लिए पैसा कलेक्ट करता था.
इडी के अधिकारियों ने उससे यह जानना चाहा था कि वह कौन-कौन से प्रभावशाली लोग हैं, जिनके लिए प्रेम प्रकाश पैसा कलेक्ट करता था.