डुमरी उप चुनाव परिणाम राज्य को नई दिशा देगा: सुदेश महतो

रांची: डुमरी उपचुनाव के दौरान रविवार को आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने नावाडीह ऊपरी घाट के 9 पंचायतों में जनसभा को संबोधित किया।
पोखरिया में आयोजित पहली जन सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की यह चुनाव 2024 की पटकथा लिखने का काम करेगा। यह कोई साधारण चुनाव नहीं है, यह चुनाव डुमरी की जनता लड़ रही है इसका परिणाम राज्य को नई दिशा देगा। डुमरी की जनता का निर्णय राज्य की जनता को सरकार के 4 साल के कुशासन से मुक्ति दिलाने में सहायक साबित होगा।
उन्होंने कहा कि डुमरी के लगभग 3 लाख मतदाता राज्य के 3.50 करोड़ मतदाताओं के उद्धारक बने यह दायित्व भी डुमरी के मतदाताओं के ऊपर ही है। मुख्यमंत्री के चुनाव प्रचार पर व्यंग करते हुए सुदेश महतो ने कहा कि ’मुख्य्मंत्री हेलीकॉप्टर से उतरकर सड़क मार्ग से प्रचार का साहस नहीं दिखा पा रहे हैं। अगर वह सड़क मार्ग से प्रचार करते तो उनके चार साल के कार्यकाल और डुमरी के 19 साल के जेएमएम के शासन का चेहरा उन्हें यहां की सड़क पर दिख जाता। आम जनता का क्या हाल है उनकी मुश्किलें क्या हैं और प्रशासन और केंद्र के बीच का फासला तय करने में कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है इसे समझने के लिए जमीन पर चलाना पड़ता है।
मुख्य्मंत्री के कार्यशैली पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ’राजा के बेटे को गद्दी मिली है, वह प्रजा का हाल नहीं जानते। आपके दुखों को समझ नहीं पाते है। सोने का चमच लेकर पैदा होने वाला आदिवासी, मूलवासी और गरीब के दुख दर्द क्या हैं नहीं जनता। हेमंत सोरेन परिवार को ही राज्य समझते हैं यही जेएमएम का चरित्र भी हैं और चेहरा भी।
झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी को घेरते हुए उन्होंने कहा कि इस पार्टी की कल्पना स्वर्गीय बिनोद बाबू ने किया था। उनका नारा था पढ़ो और लडों। लेकिन आज का झामूमो उनकी सोच पर नहीं चल रहा है। बिनोद बाबू के नारे से दूर ले जाने का प्रयास इस पार्टी के द्वारा किया जा रहा है।
बिनोद बाबू चाहते थे कि हमारे युवा पढ़े और आगे बढ़े लेकिन जेएमएम ने बच्चों के हाथ में किताब और पेन की जगह शराब की बोतलें पकड़ा दी हैं।
सुदेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी जनसभा में राजनीतिक सम्मान की बात कही है लेकिन वह भूल गए कि राजनीति में सम्मान भागीदारी के आधार पर सुनिश्चित होता है। घर की बहु को मंत्री बनाकर दारू बेचने की जिम्मेदारी देना किस प्रकार का सम्मान है। डुमरी की जनता और समाज को अपमानित करने का काम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया है।
डुमरी के विकास को लेकर सरकार को घेरते हुए सुदेश महतो ने कहा कि डुमरी के उपरघाट में 15 किलोमीटर तक कोई उच्च विद्यालय नहीं है। यह शिक्षा मंत्री का क्षेत्र रहा है और अब डुमरी से शिक्षा को ही छिनने का काम किया गया है। 2019 में जितने वादे किए गए थे उनका हिसाब देने का समय आ चुका है।
सुदेश महतो ने अपने कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि मैंने 23 प्रखंड को ब्लॉक का दर्जा देने का निर्णय लिया था वह संचिका आज भी राह देख रही है अगर मुख्यमंत्री जी में थोड़ी से भी विकास को लेकर चिंता होती तो वह इस क्षेत्र में वोट मांगने आने से पहले उन्हें प्रखंड का दर्जा देते और फिर वोट मांगते।
सरकार पर हमलवार होते हुए उन्होंने कहा कि शासन कोबापके द्वार लाने की उनकी कोई मंशा नहीं है। 400 वादे कर आने वाली सरकार के 400 काम कहां है यही देखने के लिए मैंने यात्रा प्रारंभ किया है। जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया है वह कहां है? किस स्थिति में है इसका पता करने के लिए यात्रा की जा रही है।

जनसभा में उपस्थित भीड़ से सवाल करते हुए उन्होंने पूछा कि इस पंचायत में कितने युवा है जिन्हें हेमंत सरकार के प्रति वर्ष 5 लाख रोजगार देने के वादे का लाभ मिला है, कितने पढ़े लिखे बेरोजगार युवा है जिन्हें बेरोजगारी भत्ते का लाभ प्राप्त हुआ है। 3 कमरों वाला वह मकान कितनो को अब तक मिल पाया है। यह सभी कुछ समझने और जनता को सरकार की असलियत समझने के लिए यात्रा निकली गई है।

श्री सुदेश कुमार महतो ने मुख्यमंत्री के किए गए वादों पर प्रहार करते हुए कहा कि सरकार का 5 लाख रोजगार देने की जगह यहां के युवाओं को गाय ,बकरी पलकर जीवन यापन के लिए कहना यह दर्शाता है कि विकास को लेकर उनका फार्मूला क्या है। राज्य के शीर्ष पद पर बैठा व्यक्ति इतना झूठ कैसे बोल सकता है।

उन्होंने जनता से कहा की आप कैसा शासन चाहते हैं यह तय आपको करना है। हमें मौका दीजिए अगले एक साल में हम दिखा देंगे शासन किसे कहते हैं। सुदेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री विकास को लेकर एनडीए से सवाल कर रहे है उन्हें पहले यह बताना चाहिए की 27 वर्षों में दुमका का कितना विकास हुआ है। आजसू पार्टी किसी भी मंच पर विकास को लेकर बहस करने के लिए तैयार है।

सरकार के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनता को विश्वास दिलाने में नाकाम रहे है कि उनके राज्य में बिना पैसे दिए हुए कोई काम हो सकता है। सरकार ने पुलिस और चोर के बीच के अंतर को समाप्त कर दिया है। पुलिस और चोर का आचरण एक करने का काम करते हुए यह सरकार आने वाली पीढ़ी को बर्बाद करने का काम कर रही है।

आजसू पार्टी के चूल्हा प्रमुखों पर मुख्यमंत्री द्वारा हमलावर होने को लेकर उन्होंने जनता से बोला कि मुख्यमंत्री अपने चार साल के काम जनता को गिनाने की जगह हमारे चूल्हा प्रमुखों पर हमला करने का काम कर रहे हैं। मैने पहले ही बोला था कि चूल्हा प्रमुखों कि चर्चा पूरे चुनाव में होगी और इनके सभी मंत्री चूल्हा चूल्हा करते नजर आएंगे।

डुमरी के मतदाताओं से अपील करते हुए सुदेश महतो ने कहा कि हम सब चौकीदार हैं। मतदान के दिन आपको करिश्मा करना है। एक वोट छूटना नहीं चाहिए और एक वोट लूटना नहीं चाहिए।
उन्होनें जनसभा में उमड़ी भीड़ से बोला कि जितने वाला प्लेयर फाउल नहीं करता है, इसलिए चुपचाप केलाछाप पर बटन दबाकर यशोदा देवी को विजयी बनाने का कार्य करें।

अनुसूचित जाति के समाज के लोगों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि जिस समाज का राज्य में 14 प्रतिशत भागीदारी है उस समाज से कोई भी प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल में नहीं दिया है।
पढ़ाई, दवाई और न्याय गरीब से दूर होता जा रहा है इसलिए अपने वोट के अधिकार को समझे और यशोदा मैया को डुमरी की सेवा करने का मौका दें।

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