बिजली विभाग की लापरवाही से प्रतिदिन हो रही दुर्घटनाओं में आम जनों को गंवानी पड़ रही है जान : अलोक दुबे
रांची : प्रदेश कांग्रेस के नेता अलोक कुमार दुबे ने कहा है कि बिजली विभाग की लापरवाही से प्रतिदिन हो रही दुर्घटनाओं में आम जनों को जान गंवानी पड़ रही है. कोई भी दिन ऐसा नहीं है जिस दिन राज्य में बिजली विभाग की लापरवाही से दुर्घटनाएं नहीं होती हो और लोगों की जान नहीं जाती हो और जो बच जाते हैं उनका जीवन मुश्किलों भरा होता है।
14 अगस्त की रात राजधानी रांची के बीचो-बीच बोड़ेया में 11,000 हाईटेंशन तार की चपेट में हुई भीषण दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के तीन मासूम नौजवानों को जान से हाथ धोना पड़ा है, स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ पर भारत माता के तिरंगे को लहराने में एक एक कर तीनों भाई बहन की जान चली गई, पूरा परिवार बिखर गया है, चारों तरफ मातम छाया हुआ है और बिजली विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगता है।उसी दिन बोकारो में भी हाईटेंशन तार की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 2 लोग अस्पताल में घायल पड़े हैं वे जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। महोदय बोड़या की घटना ने पूरी व्यवस्था को झकझोर कर रख दिया है। 5 लाख रुपये का मुआवजा किसी की जान की कीमत नहीं हो सकती, पीड़ित परिवार के दरवाजे पर जाने की हिम्मत कोई नहीं उठा पा रहा है, वीडियो मात्र देखकर पूरा बदन सिहर गया है। आखिर कब तक ऐसा चलता रहेगा ? आज भी पूरी राजधानी में खतरे के बादल चारों तरफ मंडरा रहा है, पूरे शहर में गड्ढे और नंगे तार झूल रहे हैं, तो रिहायशी इलाकों से 11,000 हाईटेंशन तार गुजर रहे हैं,बोड़ेया के लोगों ने उस हाईटेंशन तार के प्रति विभाग को अनहोनी के प्रति आगाह किया था और कई मोहल्ले ऐसे हैं जो लगातार बिजली विभाग को इस चुनौती की जानकारी देते रहते हैं लेकिन विभाग दुर्घटना का इंतजार करती है और बाद में जांच करने की बात कहकर पूरे मामले की लीपापोती कर दी जाती है।
राज्य की जनता की ओर से आप से निवेदन है :-
- घटना की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और इलाके के अधिकारियों के ऊपर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
2.बोड़ेया की घटना के मृतकों के परिजनों को 2 करोड़ रुपया मुआवजा एवं एक मात्र बचे भाई सरकारी नौकरी दी जाए।
3.यह सुनिश्चित होनी चाहिए कि आज के बाद ऐसी घटना नहीं होंगी।
4.22 वर्षों में बिजली विभाग की लापरवाही से हजारों जानें गईं और हजारों घायल अवस्था में पड़े हुए हैं,आजतक क्या कार्रवाई हुई और कितनों को मुआवजा मिला है।
5.पूरे राज्य में हाइटेंशन तार कवर हों और जितने गड़ढे शहर में खोदे जाते हैं और लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया जाता है, समुचित कार्रवाई हो।