अफीम की खेती को त्याग कर वैकल्पिक खेती को अपनाएं :उपायुक्त
खूंटी: उपायुक्त लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में कर्रा प्रखंड के हाकाजांग स्थित पंचायत सचिवालय में अफीम का उत्पादन एवं विक्रय निषेध से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कर्रा बीडीओ, सीओ, मुखिया, थाना प्रभारी सहित काफी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष शामिल थे।
अफीम की खेती के विरूद्घ जागरूकता अभियान में उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा अवैध अफीम की खेती के खिलाफ सख्त मुहिम चलाया जा रहा है। उन्होंने अफीम की खेती से आमजनों के जीवन पर पढ़ने वाले दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए लोगों से अपील की कि चंद पैसों के लोभ में जाने-अनजाने में अफीम की खेती की है, वह स्वयं ही अफीम के पौधों को नष्ट कर दें तो उनके खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगले दो माह में भीतर जिला प्रशासन द्वारा अफीम की खेती करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अवैध अफीम की खेती की जगह निर्भय होकर वैधानिक वैकल्पिक खेती करने की अपील की। जिला प्रशासन द्वारा वैकल्पिक खेती की ओर अग्रसर होने वाले किसानों को हरसंभव मदद की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि अफीम की खेती कोई भी करे, रैयतों के खिलाफ एफआईआर होगी, जिसमें 10 से 20 साल की सजा होगी। उन्होंने कहा कि गैर मजरूआ, वन भूमि, आदि पर अफीम की खेती पाये जाने पर संबंधित मुखिया, ग्राम प्रधान जिम्मेवार माने जाएंगे। इस आलोक में उनके विरुद्ध गंभीर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में अफीम की फसल को सेटेलाइट के माध्यम से चिन्हित किया जा रहा है । अफीम की फसल लगे 60 भूखंड चिन्हित कर लिया गया है।फसलों को नष्ट करने की कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने ग्रामीण जन प्रतिनिधियों से अगले 15 दिनों तक गाँव-गाँव में अवैध अफीम की खेती के नहीं करने के प्रति जागरूक किये जाने की अपील की।
मौके पर “अफीम की खेती मुक्त कर्रा” की शपथ दिलाई गयी।
इससे पूर्व उपायुक्त द्वारा सचिवालय में लाइब्रेरी कक्ष का उद्घाटन किया गया।

