जिला स्तरीय सर्वे टीम के साथ डीसी ने की समीक्षा बैठक
खूंटी: उपायुक्त लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय गठित सर्वे टीम के साथ समीक्षा बैठक हुई। उपायुक्त ने जिले के सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों एवं आवासीय तथा डे बोर्डिंग सेन्टर में शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण सुधार एवं आधारभूत संरचनाओं के विकास तथा सुदृढ़ीकरण की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त करने हेतु जिला स्तरीय प्रखण्डवार टीम का गठन किया है।
जिला स्तरीय सर्वे टीम द्वारा अड़की प्रखण्ड में 11 विद्यालयों तथा 02 डे बोर्डिंग सेन्टर, कर्रा प्रखण्ड में 14 विद्यालयों एवं 02 डे बोर्डिंग सेन्टर, खूँटी प्रखण्ड में 14 विद्यालयों, 03 डे बोर्डिंग तथा 02 आवासीय प्रशिक्षण सेन्टर, मुरहू प्रखण्ड में 10 विद्यालयों एवं 01 डे बोर्डिंग सेन्टर, रनिया प्रखण्ड में 07 विद्यालयों एवं तोरपा प्रखण्ड में 12 विद्यालयों एवं 02 डे बोर्डिंग सेन्टर का स्थलीय भ्रमण कर विद्यालयों एवं सेन्टर के साथ समीक्षा करते हुए प्रतिवेदन तैयार किया।
बैठक के दौरान विद्यालयों एवं सेन्टर में नामांकन, शिक्षकों की उपलब्धता, पठन-पाठन की अद्यतन स्थिति, विद्युत, पेयजल की उपलब्धता, खेल सामग्री की उपलब्धता, आधारभूत सरंचना की उपलब्धता एवं उनके सुदृढ़ीकरण के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गई।
उपायुक्त द्वारा माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों की आवश्यकता का आकलन करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। बैठक में उपस्थित सभी टीम को निर्देशित किया गया कि प्राथमिकता के आधार पर विद्यालयवार अति आवश्यकता का आकलन कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं ताकि उक्त संबंध में अग्रेतर कार्रवाई की जा सके।
उपायुक्त द्वारा शिक्षा में गुणात्मक सुधार पर भी बल दिया गया।* विद्यालयों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम, आई०सी०टी० एवं स्मार्ट कक्षा का सुचारू संचालन करने का निदेश दिया गया।
उपायुक्त द्वारा यह भी निर्देशित किया गया कि 15वें वित्त आयोग से प्राथमिकता के आधार विद्यालयों में शौचालय एवं इसकी मरम्मति, पेयजल एवं हैंडवाश यूनिट निर्माण हेतु संबंधित प्रखण्ड के प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी / विद्यालय प्रधान मुखिया से समन्वय स्थापित करते हुए निर्माण कार्य करायेंगे।
मनरेगा योजनान्तर्गत चहारदिवारी (बारबेड वायर फेंसिंग), खेल मैदान का सुदृढीकरण / समतलीकरण एवं वृक्षारोपण इत्यादि आच्छादित किया जा सकता है। इस हेतु प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी / विद्यालय प्रधान प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए निर्माण कार्य कराने संबंधित निर्देश दिए गए। साथ ही जिन विद्यालयों में भूमि की उपलब्धता है, वे वन विभाग से सम्पर्क कर नर्सरी एवं वृक्षारोपण करायेंगे।
विद्यालयों में शिक्षकों एवं छात्रों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराने भी निदेश बैठक में दिया गया।* उपायुक्त द्वारा कहा गया कि विभाग के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी आपसी समन्वय स्थापित कर शिक्षा एवं खेल के सार्वभौमीकीकरण का निरंतर प्रयास करें ताकि जिले में शिक्षा एवं खेल की स्थिति को और बेहतर किया जा सके।
उन्होंने विद्यालय में फायर सेफ्टी को ध्यान रखने की बात कही। उन्होंने सभी पदाधिकारी को विद्यालय का नियमित भ्रमण करेंगे।