राहुल गांधी के घर पर पुलिस भेजने के कार्रवाई की कांग्रेस डेलीगेट ने कड़े शब्दों में निन्दा की
रांची :प्रदेश कांग्रेस कमिटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने केन्द्र सरकार द्वारा रविवार को राहुल गांधी के घर पर पुलिस भेजने की कार्रवाई की कड़े शब्दों में निन्दा की है एवं इसे प्रधानमंत्री की हताशा का परिचायक बताया है। उन्होंने कहा गृह मंत्री के इशारे पर राहुल गांधी के आवास पर पूछताछ के लिए पुलिस भेजना राजनीति मर्यादा और सुचिता में गिरावट की आखिरी पायदान है।
कांग्रेस नेता आलोक दूबे ने कहा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान रास्ते में राहुल गांधी से मिलने वाले महिलाओं ने अपने दुख दर्द उत्पीड़न, अत्याचार को साझा किया और उसके आधार पर 45 दिनों के बाद राहुल गांधी के व्यक्तव्यों पर पुलिस भेजना कायरतापूर्ण और तानाशाही कार्रवाई नहीं तो और क्या है। भारत जोड़ो यात्रा और राहुल गांधी ने महिलाओं को अपनी समस्याएं व दर्द साझा करने का एक सुरक्षित मंच दिया और तमाम देशवासियों ने जगह जगह अपनी व्यथा से उन्हें रुबरु कराया। केन्द्र सरकार अडानी मुद्दे से ध्यान भटकाने और राहुल गांधी की आवाज दबाने का कुत्सित प्रयास कर रही है और इतना ही नहीं विपक्ष के देश के सबसे बड़े नेता और एक सांसद को डराने की राजनीति की आज अनोखी मिसाल पेश की गई और यह सब जानबूझकर एक सोची समझी रणनीति के तहत देश का ध्यान, संसद का ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है। लेकिन जान लो सच नं छुपेगा,न दबेगा और डरेगा।
कांग्रेस नेता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा जब से 16 पार्टियों ने जेपीसी की मांग की है और राहुल गांधी ने अडानी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री जी को कटघरे में खड़ा किया है उसके बाद से उनकी बेचैनी साफ-साफ दिख रही है। राहुल गांधी के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई को लेकर झारखंड में भी विरोध के स्वर तेज किए जाएंगे और सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा।
कांग्रेस नेता डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा मुद्दों को भटकाने के लिए, अडानी को बचाने के लिए पुलिसिया कार्रवाई पर गृह मंत्री उतर गये हैं लेकिन राहुल गांधी के सवालों का जवाब तो देना पड़ेगा। राहुल गांधी के घर पर पुलिस भेजना यह दर्शाता है कि तानाशाह की घबड़ाहट हद पार कर गई है और लक्ष्य केवल एक है अडानी पर चर्चा न हो,न संसद के अंदर न संसद के बाहर।