झारखंड में12वें सीएम के रूप में चंपई सोरेन लेंगे शपथ
रांची: झारखंड राज्य का यह दुर्भाग्य है या सौभाग्य,यहां पर पूर्व सीएम रघुवर दास की सरकार छोड़ अबतक किसी भी सरकार ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है। इसका कारण किसी भी राजनीतिक पार्टी को स्पष्ट नहीं मिलना है। यहां पर हमेशा खंडित जनादेश मिला। कोई भी गठबंधन की सरकार पांच साल पूरा नहीं कर पाती है।
2000 से 2014 के बीच मुख्यमंत्रियों बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन, मधु कोड़ा और हेमंत सोरेन का कार्यकाल औसतन 15 महीने रहा। रघुवर दास ने अर्जुन मुंडा को चतुराई से 2014 का विधानसभा चुनाव हारने के लिए मजबूर कर दिया था।14 वर्षों के समय में, झामुमो के शिबू सोरेन और भाजपा के अर्जुन मुंडा ने तीन-तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि हेमंत सोरेन, मधु कोड़ा और बाबूलाल मरांडी अकेले ही मुख्यमंत्री बने। शिबू सोरेन के तीन बार सीएम बनने में उनका 10 दिन का कार्यकाल भी शामिल था, जब उनकी सरकार झारखंड विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर सकी थी।
हेमंत सोरेन की सरकार चार साल पूरा कर ली। लेकिन पांचवां साल पूरा नहीं कर पाई। अब
12वें सीएम के रूप में चंपई सोरेन शपथ लेंगे। चंपई सोरेन को सात से आठ महीने ही काम करने का मौका मिलेगा।