जेएमएम की प्रेस वार्ता पर भाजपा का हमला: अजय साह बोले, ‘प्रेस वार्ता पाकिस्तान की स्क्रिप्ट’
भाजपा प्रवक्ता का बड़ा बयान: ‘झारखंड बन रहा आतंकियों का सुरक्षित अड्डा’
रांची: झारखंड की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने जेएमएम के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य की हालिया प्रेस वार्ता पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। अजय साह ने आरोप लगाया कि जेएमएम की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिंदू समाज के समर्थन में कोई स्पष्ट संदेश नहीं दिया गया, बल्कि मुस्लिम तुष्टिकरण की झलक एक बार फिर साफ तौर पर नजर आई।
अजय साह ने कहा, “हमें उम्मीद थी कि जेएमएम इस बार आतंकवाद और हाल की घटनाओं पर एक संतुलित और जिम्मेदार रुख अपनाएगी, लेकिन प्रेस वार्ता में जो बातें सामने आईं, वो पाकिस्तान की लिखी हुई स्क्रिप्ट जैसी लगीं।” उन्होंने आरोप लगाया कि जेएमएम एक ऐसी पार्टी बन गई है जो पूरी तरह मुस्लिम वोट बैंक पर निर्भर है, और इसी वजह से वह कभी भी इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ खुलकर बोलने से बचती है।
साह ने उदाहरण देते हुए कहा कि जेएमएम प्रवक्ता ने न तो पकड़े गए बोकारो के जिहादी पर कोई प्रतिक्रिया दी, न ही पाकिस्तान के जनरल द्वारा दिए गए विवादास्पद बयानों की निंदा की। इसके विपरीत, केंद्र सरकार को आतंकवादी घटनाओं का जिम्मेदार ठहराना, यह दर्शाता है कि जेएमएम जानबूझकर कट्टरपंथियों को खुश करने की कोशिश कर रही है। भाजपा प्रवक्ता ने यह भी याद दिलाया कि कुछ महीने पहले अल-कायदा से जुड़े एक डॉक्टर को झारखंड से गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उस मुद्दे पर भी जेएमएम की चुप्पी बनी रही। उन्होंने दावा किया कि झारखंड जेएमएम शासन में आतंकियों के लिए ‘सुरक्षित पनाहगाह’ बनता जा रहा है और जिहादी मानसिकता वाले लोगों की मौजूदगी तेजी से बढ़ रही है।
अजय ने आगे कहा कि आतंकी हमले में मारे गए मनीष रंजन के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के लिए सरकार की ओर से न तो कोई मंत्री आया और न ही कोई प्रशासनिक अधिकारी। उन्होंने कहा, “राज्य के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव का ऐसे समय में देश से बाहर होना, राज्य सरकार के आतंकवाद पर रवैये पर सवाल खड़े करता है।” अंत में साह ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह हाफिजुल हसन और इरफान अंसारी जैसे नेताओं को खुली छूट देकर चरमपंथ को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यही स्थिति बनी रही तो झारखंड भी जल्द ही पश्चिम बंगाल जैसे हालात की ओर बढ़ सकता है।

