24के चुनाव में तेली समाज की उपेक्षा करने पर भाजपा सत्ता तक नहीं पहुंच पाएगी: सुनील साहू

रांची: आंकड़ों के मुताबिक झारखंड में तेली समाज के लोगों की संख्या 22 प्रतिशत है। प्रदेश के 24 जिले में से 12 जिले के विधानसभा चुनाव में किसी भी प्रत्याशी को जिताने या हराने में इनकी निर्णायक भूमिका होती है।

24 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव भी होना है। सत्ता में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय तेली साहू महासंगठन रणनीति अख्तियार कर चुका है। महासंगठन के प्रदेश अध्यक्ष सह राष्ट्रीय लोकहित अधिकार पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुनील साहू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि तेली साहू समाज के लोगों का 99 प्रतिशत वोट भाजपा को जाता है,इसके बाद भी हमारे समाज के लोगों को सत्ता में भागीदारी नहीं मिलती है। आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में यदि हमारे समाज के लोगों को भाजपा या अन्य पार्टी टिकट नहीं देती है तो दूसरे प्रत्याशी को हम लोग हराने का काम करेंगे। नतीजा पहले पांच साल भाजपा सत्ता से दूर रही और आने वाले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि 11 जिले का दौरा कर मैं लौटा हूं। सभी जिले में आयोजित बैठक में हमारे समाज के लोग काफी संख्या में पहुंचे और एकजुट होने का संकल्प लिया है। हम अपने समाज के लोगों को सत्ता में भागीदारी दिलाएंगे। एक दो व्यक्ति के विधायक बनने से समाज में बदलाव नहीं आयेगी। बड़े पैमाने पर अपने समाज की भागीदारी सुनिश्चित कराना होगा। जितनी हमारी जनसंख्या है उतनी सत्ता में भागीदारी हम लोग ले कर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि तेली समाज की उपेक्षा सभी राजनीतिक दल ने किया है। उसमे सबसे अधिक भाजपा ने हमारे समाज के लोगों का इस्तेमाल किया है। इसके बावजूद भाजपा ने हमारे समाज के लोगों को टिकट नहीं दिया। झारखंड के सभी 81 विधानसभा सीटों पर लोकहित अधिकार पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। साथ ही जो पार्टी मेरे समाज के हित में बात करेगी उसका हमलोग साथ देंगे। इस अवसर पर महासंगठन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष संजय स्नेही,कार्यवाहक जिला अध्यक्ष मनीष गुप्ता उपस्थित थे।

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