झारखंड में बनेगी भाजपा नेतृत्व की मजबूत सरकार: बाबूलाल

दुमका: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज राज्य में हो रही भारी बारिश के बीच अनुसूचित जनजाति मोर्चा द्वारा संथाल परगना में आयोजित मोटर साईकिल रैली का नेतृत्व किया।
दो दिवसीय मोटर साईकिल रैली के द्वितीय चरण का आज दूसरा दिन था।
श्री मरांडी ने बीती रात कुमारभजा गांव के आवासीय विद्यालय में रात्रि विश्राम किया।ग्रामीणों की समस्या से प्रत्यक्ष रूबरू हुए।
आज की रैली में कुमारभाजा ,लिट्टीपाड़ा से पाकुड़िया तक सैकड़ों आदिवासी युवा शामिल हुए। जगह जगह पुष्प वर्षा एवम पारंपरिक रूप से श्री मरांडी का स्वागत हुआ। महिलाएं घंटों तक छाता लगाए अपने नेता के स्वागत में खड़ी रहीं।
मोटर साईकिल रैली को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा आदिवासी समाज को उसका हक और अधिकार दिलाने, विकास की मुख्यधारा से जोड़ने केलिए संकल्पित है।
कहा कि मोदी सरकार लगातार जनजातियों केलिए योजनाएं चला रही। चाहे जनजाति गांव का विकास हो या शिक्षा ,स्वास्थ्य,स्वावलंबन ,सभी क्षेत्र की योजनाएं चलाई जा रही । युवाओं को ऋण के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जा रहा।जनजाति क्षेत्र के उत्पाद को विश्व व्यापार से जोड़ा जा रहा।
कहा कि अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने अलग राज्य दिए।जनजाति मंत्रालय बनाया।आज मोदी मंत्रीमंडल में 8मंत्री पहली बार जनजाति समाज से हैं।
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के स्वतंत्रता सेनानी,महापुरुषों को आजादी के बाद कभी सम्मान नही मिला लेकिन मोदी सरकार ने जनजाति समाज का गौरव बढ़ाया। आज पहली बार देश में जनजाति समाज की बेटी द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद को सुशोभित कर रहीं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आदिवासी होने का केवल दंभ भरते हैं।उनके मन में समाज केलिए न कोई सोच है, न सम्मान है और न संवेदना है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने क्षेत्र में मलेरिया से हुई मौत की चिंता नहीं। वे पीड़ितों से मिलना भी जरूरी नहीं समझते।
कहा कि संथाल परगना में कई स्थानों पर पिछली भाजपा सरकार में स्वीकृत आवासीय विद्यालय बनकर 4वर्षों से उद्घाटन की बाट जोह रहे।सरकार चाहती तो यहां शिक्षक भी होते और बच्चे भी पढ़ते।

उन्होंने कहा कि संथाल परगना का क्षेत्र माइनर मिनरल का है।लेकिन सारे ठिकेदार बाहर के लोग हैं।मुख्यमंत्री के चहेते ,दलाल,बिचौलिए हैं। स्थानीय लोग जिनके जमीन पर खदान है वे चुपचाप देखने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आदिवासी समाज को उनका हक और अधिकार दिलाएगी। जिनकी जमीन वही होगा खदान का मालिक।

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