बाबा ने लगवाए-बिहार के ‘पागलों’ की जय, कथा का विरोध करने वालों की भी जय

पटना : नौबतपुर के पाली मठ बागेश्वर धाम वाले बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री के पहुंचते ही कथा सुनने पहुंचे श्रद्धालु उठकर खड़े हो गए और जय बजरंगबली, जय श्री राम के जयकारे लगाने लगे। इधर, हनुमंत कथा स्थल पहुंचने से पहले पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने राघवेंद्र सरकार मठ पहुंचे। यहां पर राम जानकी मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद महंत सुदर्शनाचार्य से आशीर्वाद लिया।
इसके बाद बाबा हनुमंत कथा स्थल पर बने मंच पर पहुंचे। बाबा के पहुंचते ही करीब 10 मिनट तक महिलाओं और पुरुषों ने जय श्री राम और जय हनुमान के जयकारे लगाए। बाबा ने दोनों हाथ को जोड़कर समर्थकों को प्रणाम किया। उन्होंने हाथ उठाकर सभी का अभिनंदन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भजन-हरि चरणों का ध्यान करो, तर जाने के लिए। क्यों अवसर यह खोता है, फिर नहीं आने के लिए…से किया। बाबा ने बिहार के ‘पागलों’ की जय कहने की भी बात कही। कथा में आने वालों की जय, कथा में नहीं आने वालों की जय, कथा का विरोध करने वालों की जय का नारा लगाने के लिए लोगों से कहा।
बाबा का प्रवचन शुरू होने से पहले मंच पर आरती की गई। इसमें भाजपा के कई सांसद, विधायक शामिल हुए। सभी ने बाबा से आशीष लिया। इनमें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, भाजपा सांसद रामकृपाल यादव और मनोज तिवारी मंच पर हनु आरती करते नजर आए। उनके साथ बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा समेत कई भाजपा नेता भी थे भाजपा नेताओं ने भी मंच पर से जय श्री राम और जय बजरंगबली के जयकारे लगाए। मंच पर उपस्थित पंडित ने मंत्रोच्चारण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने मंच पर उपस्थित सभी मंत्री, विधायक, सांसदों को अंग वस्त्र एवं फूल देकर उन्हें सम्मानित किया।
बाबा के दर्शन पाने के लिए उमड़े भक्तों ने कहा कि बाबा का दर्शन पाकर मन शांत हो गया। लोगों और महिलाओं का हुजूम ऐसा की 3 लाख स्क्वायर फीट में बने पंडाल भी छोटे नजर आने लगे। श्रद्धालुओं ने कहा कि हमलोग सभी बाबा को भगवान हनुमान का रूप मानते हैं। कुछ ने उन्हें साक्षात हनुमान माना। वहीं एक श्रद्धालु का कहना था कि बाबा भगवान के अवतार हैं। प्रभु श्री राम भी इसी तरह मनुष्य रूप में जन्म लिए थे। बाद में भगवान कहलाए।
बता दें कि शाम 7 बजे तक बाबा का दिव्य दरबार चलेगा। यह दरबार 17 मई तक प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक चलेगा।

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