झारखण्ड के सभी जेलों में आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रशिक्षकों ने बंदियों को कराया योगा प्रोटोकॉल का अभ्यास
रांची : कारा निरीक्षणालय, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग, झारखण्ड सरकार, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, रांची एवं दि आर्ट ऑफ़ लिविंग व्यक्ति विकास केंद्र,भारत के रांची चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर झारखण्ड के कुल 27 जेलों में दि आर्ट ऑफ़ लिविंग के योगा प्रशिक्षकों ने 6815 बंदियों को अंतर्राष्ट्रीय योगा प्रोटोकॉल का विधिवत अभ्यास कराया। सभी जगह बंदियों ने बड़े उत्साह से भाग लिया व योग से निरोग रहने का सन्देश दिया। राज्य स्तर पर प्रशिक्षकों के पूरे टीम का नेतृत्व आर्ट ऑफ़ लिविंग के व्यक्ति विकास केंद्र भारत के राज्य समन्वयक श्री पंचानन सिंह जी ने किया। आर्ट ऑफ़ लिविंग के इस मानवीय पहल को काफ़ी सराहना प्राप्त हो रही है क्योंकि जेलों में बंद कैदी अक्सर घर परिवार से अलग होने के कारण काफ़ी तनाव में रहते हैं। सुदर्शन क्रिया एवं योग अभ्यास से उन्हें मानसिक तनावों से मुक्ति पाने व मन को शांत रखने में भी काफ़ी राहत भरा मानवीय सहयोग मिल रहा है।
मण्डल कारा, चतरा में प्रातः 6 बजे से दि आर्ट ऑफ़ लिविंग के योग प्रशिक्षक श्री दीपक कुमार व विकाश कुमार स्नेही ने पुरुष के 75 बंदियों को एवं श्रीमती रेणु रीना व उनकी सहयोगी सरोज कुमारी ने 17 महिला बंदियों को योगा प्रोटोकॉल का विधिवत अभ्यास कराया जिसमें जेलर श्री दिनेश कुमार वर्मा अपने दो स्टॉफ सहित भाग लिया। इस प्रकार कुल 95 लोगों ने योगा प्रोटोकॉल का अभ्यास किया। उन्होंने लिविंग के प्रशिक्षकों से इसे आगे भी जारी रखने का आग्रह किया। कुछ बंदियों ने भी योग अभ्यास के बाद इससे होनेवाले लाभ को अपने अनुभव के रूप में साझा किया।
मण्डल कारा, कोडरमा में प्रशिक्षक शशि कुमार ने कुल 262 पुरुष संसीमित बंदियों को योगा प्रोटोकॉल का अभ्यास कराया। प्रभारी कारापाल अभिषेक कुमार सिंह व कंप्यूटर व वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऑपरेटर श्री राजीव रंजन जी का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ।