अनीमिया जांच के लिए मोबाइल केयर वाहन के माध्यम से ग्राम स्तर पर हो व्यवस्था: डीसी

खूंटी: समाहरणालय सभागार में बुधवार को उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में आकांक्षी जिला के मानकों से संबंधित समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान शिक्षा, कृषि एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में SCA मद से आवश्यक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने पर विशेष चर्चा की गई।
उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि सुव्यवस्थित रूप से बेहतर व्यवस्था व प्रबंधन सुनिश्चित करते हुए व्यापक बदलाव लाने की जरूरत है ताकि समग्र विकास सुनिश्चित करते हुए एकीकृत एवं समावेशी विकास को बढ़ाया जा सकें।
शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि एवं जल संसाधन, कल्याण, REO की योजनाओं व जिला परिषद से संबंधित योजनाओं के सम्बंध में चर्चा की गई।
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने विशेष केंद्रीय सहायता योजना अंतर्गत क्रियान्वित योजनाओं की अद्यतन भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा की एवं कार्यपालक अभियंताओं से जानकारी ली।

उपायुक्त ने सभी विभागों के योजनावार उसकी प्रगति एवं वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। विशेष केंद्रीय सहायता मद के अंतर्गत लंबित कार्यों में तेजी लाते हुए जल्द से जल्द पूर्ण करने हेतु संबंधित अधिकारियों  को गति के साथ पूर्ण करने का निदेश दिया गया।

उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि कौशल विकास को भी प्राथमिकता समझते हुए ट्रेनिंग सेंटर के माध्यम से युवाओं के लिए उचित प्रशिक्षण की व्यवस्था की जानी है।

उपायुक्त ने कहा कि हमारे सामूहिक प्रयास से सतत विकास के लक्ष्यों जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आ सकता है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्वरोजगार के लिए विभिन्न प्राशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ा जाना आवश्यक है।

समीक्षा के क्रम उपायुक्त ने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल, ग्रामीण विकास विभाग एवं कार्यकारी एजेंसियों को निदेश दिया कि सभी स्वीकृत परियोजनाओं को अतिशीघ्र पूर्ण करें।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने विकास कार्यों के विभिन्न मानकों जैसे स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास, आधारभूत संरचनाओं का विकास (सड़कों का निर्माण, पेयजल की व्यवस्था, ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति और हर घर में शौचालय का निर्माण) की समग्र प्रगति की समीक्षा कर विभिन्न मानकों के बारे में जानकारी ली।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिला में शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विभिन्न सेक्टरों में किये जा रहे कार्यों के संबंध में पीपीटी के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी ली और कई नये कार्यों के क्रियान्वयन से भी अवगत हुए।

इस दौरान उपायुक्त ने निर्देशित किया कि जिले में संचालित मोबाइल केयर वाहन के माध्यम से अनीमिया की भी जांच की जाय। उन्होंने कहा कि अनीमिया जांच के लिए वृहद अभियान चलाया जाना है। उन्होंने निर्देश दिए कि SAM व MAM बच्चों को चिन्हित करते हुए उन्हें सामुदायिक स्तर पर ही उचित देखभाल मुहैया कराई जाय।
कुपोषण उपचार केन्द्र, एएनसी किट, मॉडल सीएचसी जैसी परियोजनाओं को बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निर्देशित किया कि सभी एम.टी.सी सेंटरों में कुपोषित बच्चों का उचित उपचार व देखभाल सुनिश्चित हो सके। उन्होंने निर्देश दिए कि एनीमिया एवं इंस्टिट्यूशनल डिलीवरी के रिपोर्ट ली जाय। साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि सर्वे कर इससे सम्बन्धित जानकारी एकत्र कर कारणों का उचित मूल्यांकन करें। इसमें 6 से 23 माह के बच्चों की ब्रेस्ट फीडिंग, इंस्टिट्यूशनल डिलीवरी, ट्यूबलकुलोसीस, आधारभूत विकास आदि मानकों में सुधार करने से सम्बंधित दिशा-निर्देश दिए गए।

उपायुक्त ने शिक्षा एवं कृषि संकेतकों में बेहतर कार्य करने के दिए निर्देश

इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने माइक्रो इरीगेशन के तहत किये गए कार्य, JSLPS के तहत ट्रेनिंग कार्य, विद्यालयों में नियमित पेयजल की उपलब्धता तथा विद्यालयों में बेहतर शौचालय की सुविधा सुनिश्चित करने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। उन्होंने निर्देशित किया कि जल्द से जल्द वैसे विद्यालय जहां मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं उन्हें दुरुस्त किया जाय। साथ ही उन्होंने कंप्यूटर लैब, टैब लैब एवं पंचायतों में बनाये जा रहे मिनी लाइब्रेरी की जानकारी ली।

इस दौरान उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी से मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना में अपेक्षित प्रगति एवं पशुओं के टीकाकरण की जानकारी ली। साथ ही कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के कार्य किये जाय।

समीक्षा क्रम में जिला कृषि विभाग के मानकों में सुधार के लिए किए गए कार्यों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गयी। उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि साइल हेल्थ कार्ड का वितरण किया जाय एवं लक्ष्य को पूर्ण करें। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को जरूरी दिशा निर्देश देते हुए कृषि विभाग द्वारा क्रियान्वित स्कीम,के सी सी, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, हाई वेल्यू क्रॉप आदि के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उपायुक्त ने कहा कि जिले के आर्थिक विकास में कृषि उत्पादों का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके लिए सिंचाई और उन्नत बीज की दिशा में भी कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने निदेश दिया कि नई तकनीक के इस्तेमाल से फसल उत्पादन के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें। उन्होंने इसके लिए रूपरेखा बनाने तथा माइक्रो इरीगेशन की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। 

उपायुक्त ने कहा कि जिले में बनाएं जा रहे बोरीबांध व बनई बचाओ अभियान जल संरक्षण की दिशा में बेहतर प्रयास है। इससे सोलर इरिगेशन तकनीक से जोड़कर प्रभावशाली बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त उन्होंने सभी उच्च विद्यालय लैब में सोलर लगाए जाने के निर्देश दिए।

समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने खूंटी प्रखंड अंतर्गत ग्राम मारंगहादा एवं अड़की प्रखंड के चलकद तेल शोधन इकाइयों की स्थापना की जा रही है।

उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि जिला अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण व कृषि के क्षेत्र में विकासशील कार्य किये जाय। इसमें सभी पदाधिकारी अपने स्तर से गुणवत्तापूर्ण कार्य करना सुनिश्चित करें।
साथ ही उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारी व कर्मी को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का निर्देश देते हुए कहा कि कल्याणकारी योजनाओं को सफल बनाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।

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