अखंड भारत ने सेवा शिविर लगाया,श्रद्धालुओं के पैर धोए और गमछा देकर किया सम्मानित
रांची:प्रकृति पर्व सरहुल पर अखंड भारत के द्वारा राजेंद्र चौक पर सेवा शिवर लगाया गया। अखंड भारत के प्रदेश अश्यक्ष ब्रजेश सिंह ने सेवा शिवर से गुजरने वाले श्रद्धालुओं के पैर जल से धोया और गमछा देकर सम्मानित किया। साथ ही श्रद्धालुओं के पैर छू कर आशीर्वाद लिया। इसके अलावा शोभायात्रा में शामिल लोगों को चना,गुड और ठंडा पानी दिया।
वहीं ब्रजेश सिंह ने कहा कि सरना और सनातन एक ही है। धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाले लोग सरना और सनातन को अलग अलग करने की कोशिश करते रहते हैं। लेकिन सरना और सनातन जब एक होगा तो अखंड भारत का निर्माण होगा। साथ ही सनातन को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम वनवास के क्रम में एक आदिवासी महिला भीलनी के हाथ से जूठा बैर खाया था। आज ऊंची जाति के लोगों को कहा जाता है कि आदिवासियों के शोषक हैं। लेकिन हकीकत तो यह है कि आदिवासियों को सबसे अधिक सम्मान देने का काम ऊंची जाति के लोगों ने ही किया है। अखंड भारत में सभी सदस्य ऊंची जाति लोग हैं। हमलोग पिछले सात वर्षों से सरहुल पर्व पर शोभायात्रा में सेवा शिविर लगाते हैं। शोभायात्रा में शामिल आदिवासी श्रद्धालुओं का पैर जल से धोते हैं और गमछा देकर सम्मानित करते हैं।

