खरमास के बाद प्रदेश कांग्रेस में बहुत कुछ बदला बदला सा आएगा नजर !

रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अंदर अंतर्कलह थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे पार्टी के कार्यक्रमों पर भी प्रभाव पड़ रहा है। पार्टी के अंदर ही एक अलग गुट द्वारा प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को हटाने के लिए मुहिम चलाया जा रहा है। पार्टी का फिलहाल पूरे देश में भारत जोड़ो यात्रा चल रहा है। झारखंड में भी कई जिले में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में यात्रा चलाया गया है। प्रदेश कांग्रेस के अंदर अंतर्कलह की जानकारी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को भी है। खरमास के बाद पार्टी ठोस निर्णय ले सकती है।
वहीं राजनीतिक जानकारों की मानें तो प्रदेश कांग्रेस के अंदर अंतर्कलह के कारण पार्टी का मिशन2024 बिगड़ सकता है। जल्द ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व इसपर कोई ठोस फैसला ले सकती है। पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को चेंज कर किसी आदिवासी चेहरा को अध्यक्ष की जिम्मेवारी दी जा सकती है। इसके अलावा हेमंत सोरेन सरकार में कांग्रेस कोटे से मंत्रियों पर भी तलवार लटक रही है। कांग्रेस के कई कार्यकर्ता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को मंत्रियों की शिकायत कर चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है की कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को रिप्लेस कर सकती है। उनके जगह पर पार्टी में दूसरे विधायकों को जगह दिया जा सकता है। चारों मंत्रियों के कार्यों का पार्टी के शीर्ष नेतृत्व आंकलन कर चुकी है। कार्यकर्ताओं की भावनाओं को भी जान चुकी है। पार्टी को आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में दमदार प्रदर्शन करना है। इसके लिए कार्यकर्ताओं की भावनाओं को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है।
वहीं पार्टी के अंदर अंतर्कलह की बातों को प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि यह लोकतंत्र है। कार्यकर्ताओं को अपनी बातों को रखने का अधिकार है। लेकिन पार्टी के अंदर कोई अंतर्कलाह नहीं है। साथ ही कहा कांग्रेस कोटे के मंत्रियों का कोरोना काल में बेहतर प्रदर्शन रहा है। इसलिए अध्यक्ष और मंत्रियों को बदलने की बात महज अफवाह है।
यूथ कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष निशा भगत ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में संगठन बेहतर ढंग से काम कर रही है। यह नई कमेटी का विरोध है। पार्टी में सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है।प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर सभी क्षेत्रों में जा रहे हैं। उनके नेतृत्व में सदस्यता अभियान भी काफी बेहतर हो रहा है। कांग्रेस के अंदर सब कुछ ठीक है।
वहीं प्रदेश कांग्रेस के डेलीगेट सह पूर्व प्रवक्ता किशोरनाथ शहदेव ने कहा कांग्रेस पार्टी विचारधारा से चलती है। नई कमेटी में कांग्रेस विचाराधारा का ख्याल नहीं रखा गया है। पार्टी के अंदर उसी की लड़ाई है। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी 2019 का चुनाव गठबंधन के तहत लड़ी। पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया। 2024 में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए पार्टी की कमान किसी मजबूत आदिवासी चेहरा को आगे करना होगा। क्योंकि 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में ट्राइवल चेहरा डॉक्टर रामेश्वर के नेतृत्व में लड़ा गया। गठबंधन ने 28 ट्राईवल सीटों में 26 सीटों पर कब्जा किया। इसलिए ट्राईवल स्टेट में प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा ट्राईवल ही होना चाहिए। इस दौड़ में सांसद गीता कोड़ा,कालीचरण मुंडा सहित कई लोग आदिवासी चेहरा को प्रदेश की कमान दिया जाना चाहिए। वहीं मंत्रियों के रिप्लेसमेंट की बातों पर कहा कि यह तो पार्टी का शीर्ष नेतृत्व फैसला लेता है।


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