राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में कोहरा व भीषण शीतलहर से जनजीवन बदहाल

अनूप कुमार सिंह
पटना। राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में कोहरा व भीषण शीतलहर के प्रकोप से जनजीवन रविवार को प्रभावित रहा। गौरतलब हो कि राजधानी पटना में लगातार शीतलहर
*को देखते हुए डीएम पटना डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर जिला आपदा प्रबंधन के तत्वावधान में सार्वजनिक स्थानों पर नियमित तौर पर अलाव जलाया जा रहा है।वहीं जरूरतमंदों के बीच कंबल का वितरण किया जा रहा है। विभिन्न स्थलों पर रैन बसेरों/आश्रय घरों का संचालन किया जा रहा है।विदित हो कि
डीएम के निर्देश पर वरीय अधिकारियों द्वारा ठंड से बचाव कार्यों का लगातार अनुश्रवण किया जा रहा है। राजधानी पटना के कई चौक-चौराहों, बाजारों, रैन बसेरों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल सहित भीड़-भाड़ वाले स्थलों पर अलाव जलाया जा रहा है।
*रविवार को पटना में 55 से अधिक स्थानों पर अलाव जलाया जा रहा है। जिलाधिकारी द्वारा आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि शीतलहर में अपने विवेक से गरीब व निःसहाय व्यक्तियों को शीतलहर के प्रकोप से बचने हेतु आवश्यकता के अनुरूप पर्याप्त मात्रा में अलाव की व्यवस्था मुख्यालय स्तर से लेकर प्रखण्ड स्तर तक सभी शहरी व अर्द्धशहरी स्थानों में की जाए। अलाव ऐसे स्थानों पर जलाया जाय जहाँ अधिक से अधिक निर्धन व असहाय लोग निवास करते हैं।वहीं एकत्र होते हों यथा धर्मशाला, अस्पताल परिसर, रैन बसेरा, मुसाफिरखाना, रिक्शा एवं टमटम पड़ाव, चौराहा, रेल/बस स्टेशन आदि। साथ ही, अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाया जाए जहाँ अधिक-से-अधिक लोगों को लाभ मिल सके। डीएम डॉ. सिंह द्वारा अनुमण्डल स्तर पर सभी भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, पटना जिला को अलाव की व्यवस्था, नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण हेतु प्रभारी पदाधिकारी नामित किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी भूमि सुधार उप समाहर्त्ता का दायित्व यह सुनिश्चित करना होगा कि चयनित स्थलों पर अलाव की समुचित व्यवस्था संबंधी उपाय की जा रही है एवं इस राहत का लाभ वास्तव में गरीबों एवं निःसहायों को मिल रहा है। अनुमंडल पदाधिकारियों को अलाव जलाने वाले स्थलों पर समय-समय पर स्वयं निरीक्षण एवं सघन अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया है।वहीं
पटना नगर निगम द्वारा शहरी क्षेत्रों में रिक्शा चालकों, दैनिक मजदूरों, असहायों, आवास विहीनों एवं सदृश्य श्रेणी के ऐसे गरीब निःसहाय व्यक्तियों के रहने हेतु रैन बसेरों (Night Shelters) की समुचित व्यवस्था की गयी है। वर्तमान में पटना नगर निगम द्वारा आश्रय विहीनों के लिए तीन प्रकार का कुल 29 रैन बसेरा तैयार किया गया है। 06 स्थायी एवं 11 अस्थायी आश्रय स्थलों के साथ 12 जर्मन हैंगर का निर्माण किया गया है। पहली बार अस्थायी एवं स्थायी रैन बसेरों के साथ जर्मन हैंगर तकनीक द्वारा रैन बसेरा तैयार किया गया है। कुल 907 बेड की व्यवस्था है जिसमें 06 स्थायी रैन बसेरों में 325 बेड, 11 अस्थायी रैन बसेरों में 270 बेड तथा जर्मन हैंगर तकनीक से निर्मित 12 रैन बसेरों में 312 बेड है। ये सभी रैन बसेरा सार्वजनिक स्थलों यथा चौक-चौराहों, रेलवे स्टेशन तथा बस स्टैंड के नजदीक हैं। सीसीटीवी की निगरानी में रैन बसेरों में आश्रय विहीनों के लिए निःशुल्क रहने की उत्कृष्ट व्यवस्था है। निःशुल्क बेड (चौकी), बेडशीट, कंबल, मच्छरदानी, पेयजल, शौचालय, टेबल, कुर्सी, आगंतुकों के लिए रजिस्टर सहित कई सुविधा दी गई है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से अग्निशामक यंत्र भी लगाया गया है। सफाई एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से पटना नगर निगम के कंट्रोल रूम द्वारा सभी रैन बसेरों का 24 घंटा सीसीटीवी से मॉनिटरिंग की जा रही है। पटना नगर निगम द्वारा दी गई सूचना के अनुसार इन 29 रैन बसेरों में दिनांक 04.01.2025 तक आवासित लोगों की संख्या 17,323 है जिसमें आज आवासित लोगों की संख्या 571 तथा तथा इसके पूर्व ठहरने वाले लोगों की संख्या 16,752 है।
जिलाधिकारी द्वारा नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि जहाँ रैन बसेरे उपलब्ध न हों, तो वहाँ जिले में उपलब्ध पॉलिथीन शीट्स, टेंट, तारपोलीन शीट्स का उपयोग कर आवश्यकतानुसार अस्थायी शरण स्थली बनायी जाए। रैन बसेरों एवं अस्थायी शरण स्थलों में पर्याप्त संख्या में कम्बल रखी जाय। रैन बसेरों एवं अस्थायी शरण स्थलों में सुरक्षा मानकों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाय। शरण स्थली से संबंधित जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय, ताकि जन सामान्य को इसकी पूर्ण जानकारी रहे तथा वे सरकार द्वारा एतद् संबंधी की गई व्यवस्था का पूरा लाभ उठा सकें तथा की गयी व्यवस्था का पर्यवेक्षण/अनुश्रवण हेतु पदाधिकारी की तैनाती रखी जाय। अपने स्तर से की गई व्यवस्था से संबंधित दैनिक प्रतिवेदन जिला आपदा प्रबंधन शाखा, पटना को उपलब्ध करायी जाए।
डीएम के निर्देश पर गरीबों के बीच 6,646 कंबल का वितरण किया गया है व यह लगातार जारी है। जिलाधिकारी द्वारा सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग पटना को कंबल वितरण से संबंधित आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है। जरूरतमंदों यथा रिक्शा चालकों, ऑटो चालकों, दिव्यांगजन, वृद्धजन के बीच कंबल का वितरण करने का निदेश दिया गया है। साथ ही सिविल सर्जन, पटना को शीतलहर/पाला के दरम्यान बच्चों, महिलाओं, वृद्ध व्यक्तियों सहित सभी लोगों के स्वास्थ्य के देखभाल हेतु पर्याप्त स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है।
ज़िलाधिकारी द्वारा सभी अंचल अधिकारियों एवं नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत मुख्य स्थानों पर नियमित तौर पर अलाव की व्यवस्था करने एवं रैन बसेरों/ आश्रय घरों का संचालन करने का निर्देश दिया गया है ताकि ठंड के कारण किसी को कोई समस्या ना हो।
डीएम डॉ सिंह ने आवश्यकतानुसार अलाव स्थलों तथा रैन बसेरों/ आश्रय घरों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को इसका अनुश्रवण करने का निर्देश दिया है।
डीएम डॉ सिंह ने आम जनता से भी बढ़ते ठंड के मद्देनजर एडवायजरी का अनुपालन करने का आह्वान किया है। आवश्यकतानुसार जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र की दूरभाष संख्या 0612-2210118 एवं ई-मेल आईडी dismgmtpatna@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
डीएम डॉ. सिंह ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को निदेशों का दृढ़तापूर्वक अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि शीतलहर/पाला की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर तथा प्रतिबद्ध रहें।

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