सतर्कता और जागरूकता से ही डेंगू के प्रसार पर रोकथाम लगाया का सकता है: उपायुक्त

खूंटी: उपायुक्त लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में डेंगू एवं चिकनगुनिया के रोकथाम हेतु जिला स्तरीय टास्क फोर्स की समीक्षात्मक बैठक हुई। इस दौरान विशेष रूप से जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया, सिविल सर्जन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, प्रखंड विकास पदाधिकारी व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि सतर्कता और जागरूकता से ही इसके प्रसार पर रोकथाम लगाया का सकता है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों/ कर्मियों को जनजागरुकता लाने हेतु गांव गांव में जाकर लोगों को पुराने बर्तनों, टायर आदि में पानी नहीं जमा किये जाने को लेकर जागरूक करने का निदेश दिया गया तथा सम्भावित क्षेत्रों में एंटी लार्वा के छिड़काव का निदेश दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा 5427 घरों का सर्वे कराया गया। इसमें 420 घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया। उपायक्त ने सिविल सर्जन, कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत व प्रखंड विकास पदाधिकारी को एंटी लार्वा के छिड़काव करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने सभी सामुदायिक केंद्रों में संभावित मरीजों की जांच करने के निर्देश दिए। साथ ही 1 जुलाई से 15 नवंबर तक चलने वाले अभियान में हर गांव में प्रचार – प्रसार करने के दिशा – निर्देश दिए।
इस दौरान संबंधित अधिकारी ने बताया कि डेंगू/चिकनगुनिया संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से होता है । तेज बुखार, जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द को अनदेखा न करें, यह डेंगू/चिकनगुनिया हो सकता है। उक्त लक्षण दिखाई दें तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

अपने घर एवं आस पास मच्छरों के प्रजनन को रोकने हेतु आवश्यक उपाय करें।

क्या करें

  • डेंगू/चिकनगुनिया फैलाने वाले एडिस मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं, इसलिए पानी के बर्तनों, पानी की टंकी आदि को ढक कर रखें। घर के आस-पास सफाई रखें।
  • जब भी सोयें, मच्छरदानी के अंदर ही सोयें।
  • एडिस मच्छर हमेशा दिन के समय काटते हैं, इसलिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
  • डेंगू/चिकनगुनिया बुखार के उपचार के लिए कोई विशेष दवा नहीं है। अगर डेंगू/चिकनगुनिया के लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
  • मच्छरों से बचाव के लिए घर की खिड़की तथा दरवाजे पर जाली लगवायें

क्या नहीं करें

  • घर के आस-पास या छत पर प्रयोग में न आने वाले बर्तन, टायर आदि न रखें एवं घर में कूलर, बाल्टी, फूलदान, फ्रिज ट्रे में पानी जमा नहीं होने दें।
  • टूटे हुए बर्तन, प्रयोग में नहीं आने वाली बोतलें, टिन, बेकार के टायरों को जमा न रखें, क्योंकि बारिश के मौसम में इन्हीं में पानी जमा होता है, जिसमें एडिस मच्छर पनपते हैं।
  • बुखार होने पर उसे अनदेखा नहीं करें।
  • बगैर जाली लगे खिड़की तथा दरवाजे शाम एवं सुबह में खुले न रखें, क्योंकि इस समय मच्छरों का प्रकोप अधिक रहता है।

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