अनुशासन एवं प्रतिबद्धता के साथ खेलें, लक्ष्य की होगी प्राप्ति: सुखदेव भगत
चार दिवसीय फुटबाल टूर्नामेंट में गगेया हुआ चैंपियन
सेन्हा-लोहरदगा: सेन्हा प्रखंड के झालजमीरा गांव में नवयुवक संघ जेएफसी क्लब के द्वारा आयोजित चार दिवसीय आठवीं स्वर्गीय सारु पाहन फुटबॉल टूर्नामेंट का समापन समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें गगेया बनाम दतरी के बीच फाइनल मैच खेला गया गगेया 1-0 से चैंपियन हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पूर्व विधायक लोहरदगा जिला फुटबाल संघ के अध्यक्ष सुखदेव भगत थे। कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर आयोजन समिति के द्वारा उनका पारंपरिक ढंग से भव्य स्वागत किया गया ।फाइनल मैच प्रारंभ होने से पूर्व मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों के द्वारा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुखदेव भगत ने कहा कि खेल आपसी भाईचारे को प्रगाढ़ करता है क्योंकि इसमें सभी वर्गों का सहभागिता होती है ।इस क्षेत्र में फुटबॉल खेल के प्रति लोगों में जुनून रहता है। हमारे यहां काफी अच्छे अच्छे फुटबॉल खिलाड़ी है लेकिन वे खस्सी मैच खेलने तक सीमित रहते हैं जिसके कारण अच्छे खिलाड़ी होने के बावजूद भी अच्छे खिलाड़ी सामने नहीं आ पाते हैं। श्री भगत ने कहा कि वह जिला स्तर पर फुटबॉल लीग का आयोजन कराते हैं ताकि जिले के अच्छे खिलाड़ी सामने आए ।उन्होंने उपस्थित खिलाड़ियों से कहा कि आप भी टीम बनाकर जिला स्तर पर फीफा के नियम से खेलेंगे तो खिलाड़ियों का भविष्य उज्जवल होगा। श्री भगत ने कहा कि खेल के माध्यम से भी हम अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं उसके लिए हमें अनुशासन एवं प्रतिबद्धता के साथ खेलना होगा। मौके पर श्री भगत ने सभी खिलाड़ियों को उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए आयोजन समिति का आभार प्रकट किया। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला परिषद सदस्य राधा तिर्की, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अभिनव सिद्धार्थ, लोहरदगा जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिला अध्यक्ष आलोक कुमार साहू, जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव पवन गौतम, शाहिद अहमद बेलू, आयोजन समिति के अध्यक्ष तिवारी उरांव, निजावत अंसारी, पास्कल खेस, मुखिया बंधन उरांव, लक्ष्मी उरांव ,सुषमा उरांव, जुरा उरांव, चैतू उरांव, हबीब अंसारी, अंतू उरांव, विकास साहू, राजू उरांव, सारु उरांव, हाफिज अंसारी, पारसनंद पाहन, फेकन दास गोस्वामी, सुखनाथ खेससहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।