मिशन-24 जीतने के लिए भाजपा19का फंडा अपना रही है,सभी 14सीटों पर कमल खिलाने की रणनीति..
रांची: बदलते जमाने और आधुनिक तकनीक के इस दौर में चुनाव कैंपियन भी हाईटेक हो गया है। इसका भरपूर लाभ एक अकेले भाजपा ही ले पाती है। क्योंकि कांग्रेस और अन्य पार्टी जब तक नए तकनीक अपनाने की तैयारी करती है,उससे पहले ही भाजपा इस तकनीक का इस्तेमाल कर चुकी होती है। यही कारण है कि भाजपा 2014 से लगातार केंद्र की सत्ता पर अपनी उपस्थिति दर्ज की है। भाजपा का एक विंग सालों भर चुनाव जीतने के लिए रणनीति तैयार करती रहती है।
ट्राइवल स्टेट झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं। इनमे से12 पर भाजपा का कब्जा है। 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी सभी सीटों पर कमल खिलाने के जुगत में है। इसके लिए अलग अलग लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा का कार्यक्रम चल रहा है और प्रथम फेज का 30 जून तक चलेगा। 22 जून को भाजपा का गिरिडीह में बड़ा कार्यक्रम का आयोजन तय है। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गिरीडीह से मिशन 2024 का शंखनाद करेंगे। इसी दिन भाजपा में बड़े नेता की भी ज्वाइनिंग होने वाली है। राजनीति जानकारों की मानें तो संथाल से झामुमो को मात देने के लिए झामुमो के एक सिपाही को खड़ा कर जवाब देने की तैयारी में भाजपा है। झामुमो से नाराज चल रहे लोबिन हेंब्रम को राजमहल सीट से उतराने की तैयारी है। वहीं कोल्हान सीट पर पार्टी बड़कुंवर गहराई, जेबी तुबिद या किसी अन्य नेता को उतारने की तैयारी में है।
कुछ सीटों पर प्रत्याशी बदलने की चर्चा: 24 जीतने के लिए भाजपा कई सीट पर प्रत्याशी बदल सकती है। वैसे पीएम मोदी ने सभी सांसदों से उसका रिपोर्ट कार्ड मांगा है। परफॉर्मेंस के आधार पर ही टिकट मिल सकता है। इसके अलावा भाजपा लोकसभा चुनाव में सभी14 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। लोकसभा चुनाव में गठबंधन की संभावना कम लग रही है। उधर यूपीए गठबंधन में भी झामुमो इस बार कांग्रेस को बहुत अधिक भेल्यू देने के मूड में नहीं है। सीटों के मामले में बड़े भाई की भूमिका में झामुमो रहने वाला है। पार्टी के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने साफ कहा है कि झारखंड में झामुमो की ताकत में इजाफा हुआ है। चुनाव से पहले इसपर गठबंधन के नेताओं के साथ बैठक होगी।