राजधानी रांची से सटे चान्हो प्रखंड में अनोखी परंपरा, निकाली गई बुढ़वा घोड़ा बारात
रांची: राजधानी रांची से सटे चान्हो में अनोखा परंपरा वर्षों से चली आ रही है। चान्हो प्रखंड के चोरेया गांव में इस साल भी धूमधाम से बुढ़वा घोड़ा बारात निकाली गई. परंपरा के अनुसार होली के दूसरे दिन बुढ़वा घोड़ा बारात निकाली जाती है. जहां आस-पास के गांव के लोग भी बरात में शामिल होने आते हैं. गांव के लोग गांव के ही एक व्यक्ति को दूल्हा बनाकर, उसके सिर पर सेहरा सजा कर घोड़ा में बैठा देते हैं. उसके बाद गाजे-बाजे के साथ घोड़े में बैठे दूल्हा के पीछे-पीछे लोग नाचते गाते पूरे गांव में घुमाया जाता है. दूल्हे को लोगों के घर-घर ले जाते हैं, जहां घर की महिलाएं शादी की गाली वाली गीतों से दूल्हा बाबू का स्वागत करती हैं. इस साल परंपरा को गांव के पूर्व मुखिया भंगा उरांव ने निभाया. परंपरा वाले दिन गांव के बुढ़े, जवान, बच्चे और महिलएं भी पूरे उत्साह के साथ बुढ़वा घोड़ा बारात का मजा लेते दिखे.