तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूँगा इस नारा ने स्वतंत्रता आंदोलन में जान फूंकने का कार्य किया : डॉ. सिन्हा

रांची :राँची विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में आर यू के शहीद स्मृति सभागार में नेताजी की 126 वीं जयंती कार्यक्रम को ” पराक्रम दिवस ” के रूप में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन, नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण , पुष्पांजलि एवं एन एस एस स्वयंसेवकों द्वारा एन एस एस लक्ष्य गीत से किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि राँची विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डाॅ अजीत कुमार सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि नेताजी द्वारा दिया गया नारा ” तुम मुझे खून दो – मैं तुझे आजादी दूंगा ” ने देश के आजादी के आंदोलन में जान फूंकने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि नेताजी देश के स्वाधीनता आंदोलन के नायकों में से एक एवं इनका सम्पूर्ण जीवन, विचार और उनका कठोर त्याग आज भी युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।उन्होंने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को मैन आफ कमीटमेंट बतलाया। उन्होंने कहा कि नेताजी आज के युवा विद्यार्थीयों के रोल माडल हैं। कुलपती ने कहा की आज हमें ट्रेडिसनल एडुकेशन से आगे बढ़ना होगा। एन एस एस के कार्यों की सराहना करते हुये विश्वविद्यालय के सभी वालंटियरस को आह्वान किया कि आप सभी राँची के हातमा बस्ती को नशा मुक्त गांव बनायें। आज के अवसर पर उन्होंने कहा कि हम सबों को वैकल्पिक व्यवस्था लेकर आगे बढते रहना है।
पराक्रम दिवस कार्यक्रम में स्वागत भाषण आर यू के एन एस एस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने किया।
नेताजी के जीवनी, आदर्श एवं विचारों पर 22 जनवरी को हुए निबंध, भाषण एवं पेंटिंग प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को कुलपति द्वारा मोमेंटो एवं प्रमाण – पत्र देकर सम्मानित किया गया।
पराक्रम दिवस समारोह को नेहरू युवा केन्द्र संगठन, झारखंड के उप निदेशक श्री सर्वेन्द्र प्रताप सिंह, सी वी एस के उप निदेशक डॉ स्मृति सिंह, श्री सी एम सिंह, डॉ राधेश्याम डे, डॉ एमलीन केरकेट्टा, डॉ ओमप्रकाश, डॉ नीकू कुमारी, अनुभव चक्रवर्ती ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन एन एस एस के आस्था व दिवाकर ने संयुक्त रूप से किया।

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