प्रदेश जेडीयू अध्यक्ष खीरू महतो ने OBC मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव से की मुलाकात,कई मुद्दे पर चर्चा
रांची : राज्यसभा सांसद सह जेडीयू के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो ने झारखण्ड ओबीसी आरक्षण मंच के केंद्रीय अध्यक्ष कैलाश यादव से उनके धुर्वा टंकी साइड स्थित आवास पर पहुंच कर शिष्टाचार मुलाकात कर नव वर्ष मंगलमय की शुभकामनाएं दिया ! इस अवसर पर ओबीसी मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने सांसद खीरू महतो को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया !
लगभग 10 वर्षो के बाद दोनो लोगो की आमने सामने मुलाकात हुई है इस दौरान खीरू महतो और कैलाश यादव के बीच झारखंड की वर्तमान ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चाएं हुई !
मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने सांसद खीरू महतो से कहा की हेमन्त सरकार में राज्य के लगभग 60 फीसदी ओबीसी एवं 14 फीसदी अनुसूचित जातियों की हालात बेहद दयनीय है,क्योंकि दलित पिछड़े वंचित समाज के लिए संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए संवैधानिक अधिकारों का हनन हो रहा है ! जबकि राज्य में एक धर्मनिरपेक्ष विचारधारा वाली पार्टियों JMM, Congress, RJD की सरकार होने के बावजूद महागठबंधन के लोग अपनी मूल भावना से भटक गए हैं ! यादव ने कहा कि ओबीसी को 27 और अनुसूचित जाति 14 फीसदी आरक्षण सीमा बढ़ाने का अधिसूचना राज्य सरकार को स्वयं जारी करना चाहिए था। लेकिन हेमन्त सरकार ने आरक्षण सीमा बढ़ाने का विषय को नौंवी अनुसूची में भेजकर सिर्फ आई वाश किया है ,एक तरह से लोगो को बेवकूफ बनाने का काम किया है जिस कारण इस निर्णय के खिलाफ बहुसंख्यक ओबीसी और अनुसूचित जाति के लगभग 75 फीसदी लोग काफी नाराज हैं ।ज्ञातव्य है कि विगत पंचायत चुनाव एवं आगामी निकाय चुनाव में ओबीसी वर्ग को सामान्य श्रेणी में कर दिया गया तथा वर्तमान में रोटेशनर पॉलिसी को खत्म कर बहुसंख्यक आबादी का अपमान किया गया ।
हेमन्त सरकार द्वारा अब राज्य के तमाम जिलों में सिर्फ अनुसूचित जनजाति के लिए मेयर/अध्यक्ष का पद रिजर्व कर दिया गया है ।
यह विषय अत्यंत ही गंभीर है निश्चित रूप से बहुसंख्य आबादी ओबीसी के साथ अन्याय हो रहा है ।
यादव ने खीरू महतो से कहा की आप इस विषय को गंभीरतापूर्वक लेते हुए जेडीयू के सर्वमान्य नेता बिहार के जनप्रिय एवं अनुभवी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से वार्ता कर अवगत कराने का काम कीजिए और विकल्प निकलने का प्रयास कीजिए और झारखंड की राजनीति में एक बड़ी लकीर खींचने का सुझाव दिया ।