प्रशिक्षण के बाद लाभार्थियों के बीच मशरूम किट का वितरण

लातेहार: कृषि,पशुपालन एवम सहकारिता विभाग उद्यान निदेशालय द्वारा जिले के बेसरा में ग्रामीण आदिवासी महिलाओं को पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का गुरुवार को चौथा दिन था। लाभार्थियों को मशरूम उत्पादन का प्रैक्टिकल करवाया गया। इसके साथ ही लाभार्थियों के बीच एपीपी एजीगेट मशरूम उत्पादन केंद्र खूंटी के द्वारा मशरूम किट का वितरण किया गया।
जिला कृषि पदाधिकारी रामशंकर सिंह ने कहा कि महिलाएं बेहतर ढंग से प्रशिक्षण ले और मशरूम का उत्पादन करे। महिलाएं एक कलस्टर बनाकर इसका लाभ लें। आप अपनी इच्छाशक्ति को मजबूत करे और इसकी शुरुआत करे। उन्होंने कहा कि मशरूम उत्पादन कर आप आत्मनिर्भर बन सकती हैं। यह व्यवसाय अपने परिवार के साथ घर में रहकर भी कर सकती है।
वहीं उद्यान विभाग की सपना कुमारी ने लाभार्थियों को मशरूम उत्पादन को तकनीकी रूप से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने आप को, अपने बच्चे परिवार को देखने के साथ मशरूम उत्पादन कर सकती है। दिन में मात्र दो घंटे ही इसमें देना है। उन्होंने कहा कि महिलाएं मेहनत कर आज बेहतर मुकाम हासिल कर रही है। इसलिए मेहनत करिए और सफलता पाइए। वहीं कृषि मित्र रजीना परवीन ने कहा कि गांव की गरीब  महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार का यह एक अच्छा प्लान है। मशरूम उत्पादन कर अपनी आमदनी बढ़ा सकती हैं। उन्होंने कहा कि नवंबर से मार्च तक ही मशरूम की खेती कर सकते हैं। इसके अलावा बटन मशरूम तो सालों भर कर सकतीं हैं,उसके लिए वातानुकूलित कमरा होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सही तरीके से मशरूम का उत्पादन करना चाहिए। कृषि विभाग इसमें सभी समान निशुल्क दे रही है। जब किट फ्री,प्रशिक्षण फ्री मिल रहा है तो मशरूम उत्पादन में कोताही नहीं होना चाहिए।
प्रशिक्षण में उपस्थित लाभार्थियों ने मशरूम उत्पादन से जुडी विचारों को शेयर किया। शुक्रवार को प्रशिक्षण का समापन जायेगा।

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