प्रसिद्ध कथा वाचिका जया किशोरी को किया सम्मानित

रांची के स्वर्ण भूमि बैंक्विट हॉल में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा मे सुप्रसिद्ध कथा वाचिका जया किशोरी जी को रांची जिला मारवाड़ी सम्मेलन के प्रवक्ता सह अग्रसत्ता के प्रदेश संपादक संजय सर्राफ ने पुष्प गुच्छ एवं राष्ट्रीय पत्रिका अग्रसत्ता पुस्तिका का संग्रह भेंट कर सम्मानित किया। कथावाचक जया किशोरी ने दुपट्टा ओढ़ाकर आशीर्वाद दी। सात दिवसीय श्रीमद्भागवत गीता पाठ में जया किशोरी जी ने भागवत पाठ एवं मधुर भजनों से पूरा परिसर भक्तिमय बना दी है। तथा श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित झांकियां एवं सम्मोहक वाणी से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अग्रसत्ता के प्रदेश संपादक सह मारवाड़ी सम्मेलन के प्रवक्ता संजय सर्राफ ने बताया है कि विख्यात कथावाचिका जया किशोरी जी का जन्म 13 जुलाई 1995 में कोलकाता में हुआ था। वह राजस्थान के चुरू जिले के सुजानगढ़ की रहने वाली है उनके पिता का नाम शिव शंकर शर्मा तथा माता का नाम सोनिया शर्मा है। उनकी छोटी बहन का नाम चेतना शर्मा है। जया किशोरी का असली नाम जया शर्मा है। किंतु अपने प्रशंसकों के बीच जया किशोरी के नाम से जानी जाती है। कम उम्र में ही आध्यात्मिक क्षेत्र के गहराई में डूब जाना जया किशोरी के लिए आसान हो गया क्योंकि वह पारंपरिक धार्मिक विश्वासों और प्रथाओं से जुड़े परिवार में पैदा हुई थी। जया किशोरी अब तक 350 से भी अधिक कथाएं कर चुकी है। जया किशोरी 9 वर्ष की आयु में संस्कृत में लिंगाष्टकम, शिव तांडव, स्त्रोतम, रामाष्ठकम, आदि कई स्रोतों को अपना गाना शुरू कर दिया था। 10 साल की आयु में सुंदरकांड गाकर अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। जया किशोरी कथा वाचक के साथ अपनी मोटिवेशनल स्पीच के जरिए युवाओं को मार्गदर्शन भी देती है। जया किशोरी को कई पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है उन्हें फेम इंडिया एशिया पोस्ट सर्वे 2019 यूथ आईकॉन का अवार्ड मिल चुका है। जया किशोरी अपनी कथा उससे एकत्रित धनराशि से दान पुण्य के कार्य करती है। कथा के दौरान जो धन इकट्ठा होता है। वह नारायण सेवा ट्रस्ट में भी दिया जाता है। जोकि अपंग व्यक्तियों के इलाज के काम में आता है।

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