23 जुलाई शनिवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष:आज का दिन आपके लिए उर्जावान रहेगा। यात्रा – पर्यटन की योजना बनेगी कार्य क्षेत्र पर अधिक ध्यान रहेगा । नौकरों के ऊपर ज्यादा विश्वास न करें। वाणी में विनम्रता लाएँ व बेवजह कलह से बचें । संध्या का समय थकान वाला रहेगा कोई नापसंद कार्य भी करना पड़ सकता है। शारीरिक कमजोरी अनुभव कर सकते हैं । समय बढिया रहेगा इसलिए परिवार के साथ बिताएँ व मनोरंजन का लाभ उठाएँ।

वृष: आज के दिन कार्य क्षेत्र पर व्यस्तता रहेगी । अधिकांश कार्य अपने ही बलबूते करना पड़ेगा। सहकारी कार्य लेट-लतीफी के कारण अधूरे रहेंगे। स्वभाव से भी आज ढीलापन रहेगा। नयी योजनाओं को हाथ में लेने का मौका मिलेगा। संध्या के बाद आर्थिक विषयो में सफलता मिलेगी। यात्रा पर्यटन की योजना बनेगी। सर, अथवा कमर से निचले भाग में हल्का दर्द बनने की सम्भवना है। फिर भी भाग्य आपका साथ देगा व मन प्रसन्न रहेगा।

मिथुन: बेरोजगार व्यक्तियों को रोजगार मिलने की सम्भावना बनेगी। रोजगार के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयास आज फलीभूत होने से आर्थिक समस्याओं का समाधान होगा। सार्वजनिक क्षेत्र से शुभ समाचार मिलने की संभावना है। आज आपसे बहस में कोई नहीं जीत पायेगा लेकिन बड़बोलेपन से दूर रहें। दिन के उत्तरार्ध में कार्य भार बढ़न से थकान बन सकती है। पारिवारिक वातावरण मिला जुला रहेगा। यात्रा आज किसी न किसी रूप में लाभदायक सिद्ध होगी।

कर्क: आज आपके पास कार्यो की भरमार रहेगी। परिश्रम का उचित फल कम मिलेगा। संध्या के समय किसी परिचित के सहयोग से लाभ होने से खर्च निकल जाएंगे। लेकिन संध्या का समय शारीरिक रूप से सावधानी बरतने का है। परिवार के प्रति अधिक भावनात्मक बनेंगे। आध्यात्म में रूचि होने पर भी समय कम दे पाएंगे। व्यसनों से दूर रहें।

सिंह: आज का दिन अस्तव्यस्त रहने के बावजूद भी मनोकामना पूर्ण होने के संयोग हैं। सांसारिक गतिविधियों में व्यस्त रहने के कारण स्वयं की अनदेखी करनी पड़ेगी परन्तु इसके बदले धन लाभ होने से संतोष रहेगा। दोपहर बाद धर्म-कर्म में अधिक रुचि रहेगी धार्मिक कार्यक्रमो में उपस्थिति देंगे। घर के बुजुर्गो से नए अनुभव मिलेंगे। पत्नी – संतान का सुख मिलेगा।

कन्या: आज दिन के पहले भाग में आपको परिश्रम के अनुसार फल कम मिलेगा। दिमाग में नए-नए विचार रहेगें । नई वस्तुओ की खरीददारी अथवा नये कार्य में निवेश आज ना करें। दोपहर के बाद स्थिति बेहतर होने लगेगी। धन की आमद बढेगी। थोक के व्यवसायी आज निवेश कर सकते है आगे लाभ होगा। परिवार में किसी के बीमार होने से धन का व्यय भी रहेगा परन्तु शांति भी रहेगी।

तुला: आज दिन का पहला भाग चिंतन में रह सकता है। आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहेगा । महत्त्वपूर्ण कार्य को लेकर किसी से कर्ज लेना हो सकता है। परिजनों की सहानुभूति मानसिक कमजोरी दूर करेगी। धार्मिक गतिविधियों में रूचि बनेगी। अल्प धन लाभ होगा। मध्यान बाद स्थिति में सुधार आएगा । स्वास्थ्य लाभ होगा।

वृश्चिक: आज का दिन आंशिक शुभ रहेगा। सेहत में आज थोड़ी थकान रह सकती है। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन लाभदायक रहेगा। थोड़े परिश्रम से आशा से अधिक मुनाफा कमा सकते है इसके लिए कुछ अधिक परिश्रम की आवश्यकता रहेगी। आज शेयर सट्टे में निवेश शीघ्र लाभ देगा। घरेलू सुख सामान्य से उत्तम रहेगा। आज कही सुनी बातों पर विश्वास ना करें।

धनु: आज के दिन भाग्य आपके साथ रहेगा। धार्मिक कार्यों में मन लगेगा। रूठने-मनाने में दिन का कुछ भाग व्यर्थ हो सकता है। कार्य क्षेत्र पर लाचारी न करें । आज किसी के आगे समर्पण ना करें थोड़ा परिस्थितियां अनुसार राहत मिलेगी। आज बाहरी व्यक्ति से मन के भेद प्रकट ना करें। सेहत मिलीजुली रहेगी।

मकर: आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन पिछले कुछ दिनों से बेहतर रहेगा। कार्य क्षेत्र से अतिरिक्त आय होगी। रुके हुए कार्य पूर्ण होने से भी धन के स्त्रोत्र बढ़ेंगे। सामाजिक गतिविधियों में समय कम दे पाएंगे। संध्या का समय पूर्वनियोजित रहेगा पर्यटन पार्टी की योजना बनाई जाएगी। उत्तम भोजन के साथ गृहस्थ का सुख मिलेगा। सेहत छोटी मोटी व्याधि को छोड़ सामान्य रहेगी।

कुंभ: आज का दिन मिला-जुला रहेगा। सेहत लगभग सामान्य रहेगी। आज कई दिनों से लटके किसी अनुबंध के आगे बढ़ने से धन लाभ की कामना रहेगी। लाभ के कई अवसर मिलेंगे । संध्या बाद आवश्यकता अनुसार धन की पूर्ति हो जाएगी। स्टेशनरी अथवा प्रिंटिंग के कार्य से जुड़े जातको को आकस्मिक नए अनुबंध मिल सकते है। परिवार के लिए आप कुछ नया करेंगे।

मीन: आपका आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। दिन के पहले भाग में आर्थिक दृष्टिकोण से संतुष्टि रहेगी। कार्य क्षेत्र पर बिक्री बढने से धन की आमद होगी। व्यक्तित्व का भी विकास होने से सामाजिक छवि बेहतर बनेगी। घर में किसी विवाद को बढावा देने से बचें। सेहत में थोड़ा बहुत बदलाव आ सकता है। अतिआवश्यक कार्य दोपहर बाद करना हितकर रहेगा।

🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞
🌤️ दिनांक – 23 जुलाई 2022
🌤️ दिन – शनिवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – वर्षा ऋतु
🌤️ मास -श्रावण
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – दशमी सुबह 11:27 तक तत्पश्चात एकादशी
🌤️ नक्षत्र – कृत्तिका शाम 07:03 तक तत्पश्चात रोहिणी
🌤️ योग – गण्ड दोपहर 01:08 तक तत्पश्चात वृद्धि
🌤️ राहुकाल – सुबह 09:27 से सुबह 11:06 तक
🌞 सूर्योदय – 05:30
🌦️ सूर्यास्त – 06:20
👉 दिशाशूल – पूर्व दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
🔥 *विशेष – चतुर्मास के दिनों में ताँबे व काँसे के पात्रों का उपयोग न करके अन्य धातुओं के पात्रों का उपयोग करना चाहिए।(स्कन्द पुराण)*
💥 चतुर्मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक है।

🌷 एकादशी व्रत के लाभ 🌷
➡️ 23 जुलाई 2022 शनिवार को सुबह 11:28 से 24 जुलाई, रविवार को दोपहर 01:45 तक एकादशी है।
💥 विशेष – 24 जुलाई, रविवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें।
🙏🏻 एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।
🙏🏻 जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
🙏🏻 जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
🙏🏻 एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
🙏🏻 धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
🙏🏻 कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।
🙏🏻 परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।

🌷 एकादशी के दिन करने योग्य 🌷
🙏🏻 एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें …….विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l

🌷 एकादशी के दिन ये सावधानी रहे 🌷
🙏🏻 महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है… तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है…ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा

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