राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया गुरु पूर्णिमा उत्सव
फारबिसगंज गणादेश:राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ फारबिसगंज की ओर से बुधवार को रेणु पुस्तकालय स्थित संघ कार्यालय में गुरु पूर्णिमा उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जहां सैकड़ो स्वयंसेवकों ने भगवा ध्वज को गुरु मानकर श्रद्धा सुमन अर्पित कर समर्पण किया।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्णिया विभाग के विभाग प्रचारक चंदन जी ने गुरु पूर्णिमा उत्सव पर प्रकाश डालते हुए कहा आर्यभूमि पर महर्षि वेदव्यास के अवतरण दिवस को गुरु पूर्णिमा के उत्सव के रूप में मनाने की प्राचीन परंपरा रही है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हर साल जिन छह उत्सवों का आयोजन करता है, उनमें गुरु पूजन कई दृष्टियों से महत्त्वपूर्ण है। इस उत्सव में स्वयंसेवक गुरु के रूप में स्थापित परम पवित्र भगवा ध्वज का विधिवत पूजन करते हैं और दक्षिणा स्वरूप यथाशक्ति अपना समर्पण भी करते हैं। स्वयंसेवकों की इसी समर्पण राशि से संघ वर्षपर्यंत राष्ट्रहित के उद्देश्यों के प्रति समर्पण भाव से कार्य करता है।जब डॉ. हेडगेवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रवर्तन किया, तब अनेक स्वयंसेवक चाहते थे कि संस्थापक के नाते वे ही इस संगठन के गुरु बनें, क्योंकि उन सबके लिए डॉ. हेडगेवार का व्यक्तित्व अत्यंत आदरणीय और प्रेरणादायी था। इस आग्रहपूर्ण दबाव के बावजूद डॉ. हेडगेवार ने हिंदू संस्कृति, ज्ञान, त्याग और संन्यास के प्रतीक भगवा ध्वज को गुरु के रूप में प्रतिष्ठित करने का निर्णय किया। सन 1925 में अपनी स्थापना के तीन साल बाद संघ ने सन 1928 में पहली बार गुरुपूजन का आयोजन किया था। तब से यह परंपरा अबाध रूप से जारी है और भगवा ध्वज का स्थान संघ में सर्वोच्च बना हुआ है।संघ मानता है कि परम पवित्र भगवा ध्वज त्याग एवं समर्पण का प्रतीक है, स्वयं जलते हुए सारे विश्व को प्रकाश देने वाले सूर्य के रंग का प्रतीक है, संपूर्ण जीवों के शाश्वत सुख के लिए समर्पण करने वाले साधु, संत भगवा वस्त्र ही पहनते हैं, इसलिए भगवा रंग त्याग का प्रतीक है।संघ की शाखाओं में इसी ध्वज को लगाया जाता है, इसका ही वंदन होता है और इसी ध्वज को साक्षी मानकर सारे कार्यकर्ता राष्ट्रसेवा, जनसेवा की शपथ लेते हैं। संघ प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक सच्चिदानंद मेहता जिला कार्यवाह ओम प्रकाश शर्मा नगर कार्यवाह आशीष गुप्ता, नगर प्रचार प्रमुख ललन राय, नगर संपर्क प्रमुख बिनोद कुमार, बिक्रम शर्मा, विनोद सेठिया, राजा दास आदित्य भगत, सौरभ कुमार समेत सैकड़ो स्वयंसेवक उपस्थित रहे।