आधुनिक कृषि तकनीकों एवं उत्तम किस्म के बीजों का उपयोग कर किसानों की आय वृद्धि होगी: उपायुक्त

खूंटी : जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत खूंटी लैम्प्स में कृषि विभाग के तत्वाधान बीज विनिमय एवं वितरण योजना अंतर्गत  ब्लॉक चेन रेजिस्ट्रेशन के माध्यम से किसानों को 50 % अनुदान पर धान बीज उपलब्ध कराये जाने का शुभारंभ उपायुक्त,शशि रंजन के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पुलिस अधीक्षक,खूंटी,जिला कृषि पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड के प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक, विभिन्न लैम्प्स के अध्यक्ष एवं किसान उपस्थित थे।

इस दौरान उपायुक्त ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सुदूरवर्ती गांवों में विशेष रूप से ध्यान देते हुए प्रचार प्रसार करें, ताकि अंतिम छोड़ के व्यक्ति को चल रही सरकार की योजनाओं से अवगत कराते हुए उन्हें लाभान्वित किया जा सके। साथ ही बीज वितरण में पारदर्शिता बरतने के अलावा उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण सील रखकर सही कृषकों को बीज उपलब्ध कराएं एवं उन्हें आधुनिक और ऑर्गेनिक खेती से अवगत कराएं, ताकि नई-नई कृषि तकनीकों एवं उत्तम किस्म के बीजों का उपयोग कर किसान अपनी आय को दोगुना कर सकें।

इसके अलावे मौके पर उपायुक्त द्वारा बताया गया कि राज्य सरकार का यह प्रयास है कि किसानों को अनुदानित दर पर ससमय बीज उपलब्ध हो सके। साथ ही जो भी कृषक अनुदानित दर पर धान का बीज लेना चाहते हैं वह अपने प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक एवं सहायक तकनीकी प्रबंधक आत्मा से संपर्क कर आवेदन देंगे।

इस योजना के तहत राज्य के किसानों को 50 फीसदी के अनुदान पर बीज उपलब्ध कराएं जा रहे हैं। योजना से उन छोटे और सीमांत किसानों को फायदा होगा जो मंहगे दर पर धान के बीज खरीद पाने में असमर्थ होते हैं या उन्हें परेशानी होती है।

राज्य के वैसे किसान भाई जो बीज विनिमय एवं वितरण कार्यक्रम योजना 2022 के तहत 50 फीसदी अनुदान पर धान के बीज लेना चाहते हैं, वो किसान अपने संबंधित जिले के कृषि विभाग या लैम्प्स में संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते हैं।

ब्लॉकचेन ट्रैकिंग प्रणाली बीज की खरीद, बीज प्रकार, गोदाम, आपूर्तिकर्ताओं का विवरण, बीज आपूर्ति, स्टॉक, गोदामों का चयन, बीज ले जाने वाले वाहन, वजन, समेत अन्य चीजों की पारदर्शी जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, सिस्टम के तहत पैनल में शामिल बीज आपूर्तिकर्ता प्राप्त आपूर्ति आदेश का विवरण, वेयरहाउस द्वारा जारी किए गए रसीद, आपूर्ति की स्थिति, और क्यूआर कोड सहित विभिन्न विशिष्ट पहचान कर्ताओं द्वारा बीज की आवाजाही को ट्रैक किया जा सकेगा। इससे बीज की कालाबाजारी नहीं हो सकेगी, और लाभुकों तक यह पहुंच पाएगा।

साथ ही बताया कि बीज वितरण योजना के पूरी तरह पारदर्शी और सफल बनाने के लिए इस बार कृषि विभाग द्वारा ब्लॉक चेन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।

जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि विभाग के प्रयास से खरीफ मौसम का बीज समय से पहले किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे कि किसान योजना का लाभ उठाते हुए समय पर बुआई कर सकें।

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