बिरसा हरित ग्राम योजना के सफल क्रियान्वयन से संबंधित कार्यशाला का हुआ आयोजन
लातेहार: उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में” मनरेगा दिवस ” एवं वित्तीय वर्ष 2025-26 में बिरसा हरित ग्राम योजना से संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता, जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी, उप विकास आयुक्त सुरजीत कुमार सिंह, जिला परिषद सदस्यों के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
मनरेगा दिवस के अवसर पर दिनांक 03.02.2025 से 08.02.2025 तक मनरेगा सप्ताह का आयोजन किया जाना है। इस संबंध में सभी संबंधित को तिथिवार किये जाने वाले कार्यों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि प्रखंड / पंचायत स्तरीय कार्यक्रम में प्रखंड स्तरीय जनप्रतिनिधि, मुखिया, ग्राम प्रधान, पंचायत प्रतिनिधि, मजदूर, महिला मजदूर, दिव्यांग आदि की भागीदारी सुनिश्चित किया जाए। बिरसा हरित ग्राम योजना का क्रियान्वयन पूरे राज्य में वृहद पैमाने पर किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में किए जाने वाले बिरसा हरित ग्राम योजना अन्तर्गत वृक्षारोपण संबंधी योजनाओं की स्वीकृति करने के साथ प्रथम वर्ष (Advance year) का कार्य यथा गड्ढा खुदाई, नाडेप पिट निर्माण, जानवर रोधक खाई का निर्माण, निविदा प्रक्रिया आदि मार्च माह तक आवश्यक रूप से पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। आगे उन्होंने कहा कि पौधरोपण को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा महत्त्वाकांक्षी योजना बिरसा हरित ग्राम योजना चलाई जा रही है। मनरेगा अंतर्गत बिरसा हरित ग्राम योजना के माध्यम से आम बागवानी, अमरूद बागवानी, छायादार वृक्षारोपण, मिश्रित फलदार पौधों की बागवानी को प्रोत्साहित करना है।
उपायुक्त ने मिश्रित बागवानी के द्वारा आमजनों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु वित्तीय वर्ष 2025-26 में मिश्रित बागवानी के तहत किसानों को आम, नीबू, अमरूद एवं इमारती पौधा लगवाने के लिये प्रेरित करने का निर्देश दिया।
कार्यशाला में बगवानी के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी साझा किया गया। इस दौरान मनरेगा अंतर्गत संचालित बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत किए जा रहे बगवानी में फलदार पौधा आम के पौधों के रोपण से पूर्व एवं पौधे के संरक्षण करते हुए फल उपज तक किए जाने वाले कार्यों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। प्रोजेक्टर के माध्यम से अलग अलग प्रारूप के तहत पौधों के बीच की दूरी, गड्डा खुदाई, गड्डा भराई, कीटनाशक दवाई, समय पर खाद छिड़काव एवं पौधों के संरक्षण हेतु किए जाने वाले कार्यों , पौधारोपण के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी तथा फलदार पौधों के समय पर फल उपज एवं उसके विकास के लिए किए जाने वाले कार्यों को बताया गया।
मौके पर उप विकास आयुक्त ने कार्यशाला में दी जा रही जानकारी को अपने आसपास के लाभुकों को भी साझा करने की अपील किया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बागवानी के लिए लोगों को प्रेरित करना है। उप विकास आयुक्त ने कहा पोधरोपण सिर्फ उद्देश्य नहीं बल्कि इससे पौधों के संरक्षण एवं उससे लाभुकों को आमदनी हो, सरकार एवं प्रशासन इसका प्रयास कर रही है। इसलिए पौधे लगाएं तो उसके संरक्षण के लिए सभी उपाय करें।
बैठक में डीआरडीए निदेशक प्रभात रंजन चौधरी, जिला परिषद सदस्य, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक, जेएसएलपीएस ,सहायक अभियंता , कनीय अभियंता, प्रखंड प्रमुख उपस्थित थे।

