ओम् शांति केंद्र में मानव जीवन के उत्थान को लेकर कार्यशाला
फारबिसगंज गणादेश:
प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शाखा फ़ारबिसगंज के छुआपट्टी स्थित ओम् शांति केंद्र में संचालिका बीके रुकमा दीदी की ओर से मानव जीवन के उत्थान के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में ब्रह्मकुमारी के द्वारा मुंम्बईसे डॉ. सचिन एवं डॉ. मनोज के साथ बीके मनोज भाई ने अपना अपना योगदान दिया।पहले सत्र में डॉ. सचिन के द्वारा शिव बाबा की नियमित मुरलीरूपी संदेश को सारगर्भित ढंग से वाचन एवं विश्लेषण किया गया। उन्होंने नशा से जीवन किस तरीक़े शारीरिक एवं मानसिक रूप से बीमार पड़ता है, इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सामान्य धारणा के तहत लोग पान बिड़ी सिगरेट शराब का सेवन हीं नशा की लत समझते हैं।जबकि सच्चाई में इसके अलावा नशे की अन्य कई प्रकार की श्रेणियाँ होती हैं यथा किसी को धन का नशा होता है तो किसी को तन का नशा होता है। इसी प्रकार किसी को पावर का नशा होता है तो किसी को प्रतिष्ठा का नशा होता है।
महाराष्ट्र से हीं आए डॉ. मनोज ने बताया कि मानव जीवन के लिए सर्वप्रथम मन की शांति होना और तन का तंदूरुस्त होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अति शब्द से लोगों को दूर रहना चाहिए।
बीके बिनोद भाईजी के द्वारा मानव जीवन के उत्थान के लिए ब्रहमकुमारी के सैकड़ों केंद्रों के द्वारा दी जा रही सेवा की जानकारी दी। डॉ. यू सी मंडल ने जीवन में व्याप्त कचड़े को अच्छी धारा के ज़रिए समाहित करने से ख़त्म होने की बात कही।
पूर्व मुख्य पार्षद वीणा देवी एवं रामकुमार भगत ने केंद्र के द्वारा किए जा रहे कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम से पूर्व केंद्र की संचालिका बीके रुकमा दीदी के द्वारा सभी आगत अतिथितियों का स्वागत तिलक एवं पुष्प वर्षा के साथ परंपरागत ढंग से किया। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए अजातशत्रु अग्रवाल ने कहा कि आज का यह समय ऐतिहासिक पल के रूप में याद किया जाएगा जिसे कभी भी केंद्र के द्वारा भुलाया नहीं जा सकेगा।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से व्यवसायी मोतीलाल शर्मा, रघुवीर अग्रवाल, कमलेश अग्रवाल, मदन मोहन मेहता, अशोक अग्रवाल के अलावा केंद्र के मदनमोहन कनौजिया, अशोक डाबरिवाला, सुनील केशरी, सिंपल सर, सूर्यनारायण भाई, विकास भाई, मानिक सिंह, फूलकुमारी दीदी, ललिता दीदी, सिंधु दीदी, मृदुला दीदी, शांति दीदी, आशा दीदी, उमा दीदी, अरुणा दीदी, बीके सीता दीदी, संतोषी दीदी सहित दर्जनों गणमान्य नागरिक एवं भैया बहन उपस्थित थे।