अपडेटः बदली रणनीतिः मंत्री सत्यानंद भोक्ता और विधायक प्रदीप यादव गए रायपुर
रांचीः झारखंड में आए सियासी बवंडर को पार घाट लगाने के लिए रणनीति पर रणनीति बन रही है। राजभवन से अधिकारिक पुष्टि नहीं होने पर सत्ता पक्ष में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। इसको देखते हुए सीएम हेमंत सोरेन भी सुनियोजित रणनीति के तहत काम कर रहे हैं. इसी के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता और कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव बुधवार शाम एक विशेष चौपर से रायपुर रवाना हो गए। सूत्रों के अनुसार मंत्री आज रात ही कांग्रेस कोटे के चारों मंत्री आलमगीर आलम, डॉ रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख को साथ लेकर वापस रांची लौटेंगे. वहीं यूपीए फोल्डर के एमएलए कल से ही रायपुर के मेफेयर रिर्साट में डेरा डाले हुए हैं। इधर, एक सितंबर को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई। बैठक में कैबिनेट मंत्रियों की उपस्थिति जरूरी है। सरकारी कामकाज के साथ सत्ता पक्ष लगातार विधायकों को बचाने की कोशिश कर रहा है। सत्ता के गलियारों में यह भी चर्चा हो रही है कि दो नेताओं पर हेमंत सोरेन को शक है, जो सरकार में टूट डालने की कोशिश कर रहे हैं। इनमें एक झामुमो और एक कांग्रेस के हैं। सीएम हेमंत सोरेन इन्हीं पर शिकंजा कसने की कोशिश कर रहे हैं। सभी विधायकों को रांची से बाहर ले जाना भी इसी रणनीति का एक हिस्सा है।

