परमान नदी में डूबने से तीन युवतियों की मौत,नदी पार करने के क्रम में गहरे पानी में डूबने से हुई मौत
राहुल ठाकुर/मृणाल शेखर
अररिया के बैरगाछी ओपी थाना क्षेत्र के रामपुर मोहनपुर गांव में परमान नदी में डूबने से तीन युवतियों की मौत हो गयी।तीनों युवती हादसे का शिकार तब हुई जब वह नदी को पार कर रही थी।नदी पार करने के क्रम में गहरे पानी मे चले जाने से तीनों युवतियां डूब गई।मृतकों में बीस साल की अशर्फी पिता-मो.रफीक,16 साल की हुमी पिता-मो.रफीक और 17 साल की रुखसार पिता-मो.सदाकत है।मृतकों में दो सगी बहन है,जबकि तीसरी युवती 17 साल की रुखसार पिता मो.सदाकत पुरन्दाहा गांव की रहने वाली है।तीनों युवती नदी के पार खेत मे लगे मक्का के दाने को निकालने के लिए गयी हुई थी और वहां सेवघ्र वापसी में लौटने के क्रम में गहरे पानी मे सबसे पहले एक युवती डूबने लगी।जिसजे बचाने के लिए दोनों युवतियां भी गयी,लेकिन दोनों युवतियां भी गहरे पानी मे डूब गई।शोरगुल हंगामा के बाद मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुँचे और डूबे हुए तीनों युवतियों को बाहर निकाला।लेकिन तबतक तीनों युवतियां की मौत हो चुकी थी।सूचना के बाद मौके पर बैरगाछी ओपी थाना पुलिस और अंचलाधिकारी पहुँचे।
घटना को लेकर रामपुर मोहनपुर पंचायत के सरपंच मो.अशफाक ने बताया कि गांव के लोगों का खेत परमान नदी के पार है और ग्रामीण खेत आने जाने के लिए नदी को आर-पार कर जाते हैं।इसी क्रम में मो.रफीक की दो बेटी अशर्फी और हुमी मेहमानी के लिए आई रुखसार के सतग नदी को पारकर खेत में लगे मक्का के दाने को निकालने के लिए गयी हुई थी।मक्का के दाने को निकालकर वापसी के क्रम में नदी पार करने के क्रम में पहले एक युवती डूबने लगी,जिसे बचाने के लिए दोनों युवतियां भी गयी।लेकिन पानी की गहराई का पता नहीं चलने के कारण सभी युवतियां डूब गई।ग्रामीणों को जब इसकी जानकारी मिली तो तीनों युवतियों को बाहर निकाला।लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी।
घटना को लेकर सदर एसडीओ शैलेशचंद्र दिवाकर ने हादसे की जानकारी मिलने की बात करते हुए बताया कि अंचलाधिकारी को तीनों के शवों को पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया गया है।जिससे पीड़ित परिवार को आपदा सहायता राशि प्रदान किया जा सके।सदर एसडीओ ने भी परमान नदी के गहरे पानी में जाने से डूबकर तीनों युवतियों के मौत होने की पुष्टि की।
ईधर घटना के बाद से गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। बड़ी संख्या में ग्रामीण पीड़ित परिवार के घर जमा हुए हैं।