गरिमा, स्वतंत्रता एवं सभी के लिए न्याय को वास्तविक रूप से साकार करना जरूरी :डॉ सिंह

रांची: रांची विश्वविद्यालय की आईक्यूएसी एवं एन एस एस के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर जागरूकता रैली एवं संगोष्ठी का आयोजन आर यू के डी एस डब्ल्यू डॉ जीएस झा की अध्यक्षता में हुई। जागरूकता रैली बेसिक साइंस बिल्डिंग परिसर से प्रारंभ की गई । रैली को डॉ एस पी सिंह , डी एस डब्ल्यू डॉ जी एस झा, आर यू के वोकेशनल कोर्सेज की उपनिदेशक डॉ स्मृति सिंह , एन एस एस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली बेसिक साइंस बिल्डिंग परिसर से निकल कर केंद्रीय पुस्तकालय, राजकीय अतिथिशाला, नीलाम्बर – पीताम्बर पार्क , ऑक्सीजन पार्क , मान्या पैलेस होते हुए केंद्रीय पुस्तकालय में समाप्त हुआ।संगोष्ठी का आयोजन शहीद स्मृति भवन में आयोजित की गई।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता आर यू के राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ एस पी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि इस वर्ष यू एन का थीम” गरिमा, स्वतंत्रता एवं न्याय सबके लिए ” इसे वास्तविक रूप से साकार करना जरूरी है।उन्होंने कहा कि भारत मे 1948 में यू एन के द्वारा मानव अधिकार दिया गया था एवं भारत मे मानवाधिकार को लागू करने के लिए 1939 से 1945 तक संघर्ष किया गया। 1931 से लेकर आजतक मानव राष्ट्रीय आयोग प्रत्येक इंसान के मानवाधिकार को सुरक्षित करता है।उन्होंने कहा कि ऋगवेद में भी लिखा गया कि ” सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया ” यह हमें बताता है कि हम सुखी से जी पाए एवं जिनके भी मानवाधिकार का हनन होता है उसे अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के द्वारा सुधारा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर इंसान को अपने मानवाधिकार एवं दूसरों के मानवाधिकार को सुरक्षित रखते हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना चाहिए तभी हमारे देश का स्तंभ बन सकता है। उन्होंने एन एस एस के स्वयंसेवकों से मानवाधिकार की रक्षा एवं अधिकार तथा कर्तव्यों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें सन्तुलन बनाकर चलने से सही ढंग से मानवाधिकार का वास्तविक फायदा मिल सकता है।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में डी एस डब्ल्यू डॉ जी एस झा ने कहा कि अधिकार और कर्त्तव्य एक दूसरे का पूरक है एवं इसमें संतुलन बनाकर चलने से समाज का कल्याण किया जा सकता है। उन्होंने मानवाधिकार का सही इस्तेमाल करने पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे सभी वर्गों को लाभ मिल सकता है।
वोकेशनल कोर्सेज उपनिदेशक डॉ स्मृति सिंह ने कहा कि मानवाधिकार का दुरूपयोग ना करते हुए इसे सकारात्मक रूप से लेनी चाहिए।उन्होंने कहा कि मानवाधिकार के महत्व को समझते हुए इसकी अच्छाइयों को अपनाकर समाज मे जागरूकता करने की आवश्यकता है।
संगोष्ठी को आर यू के भौतिकी विभाग के अध्यक्ष डॉ संजय कुमार डे, डॉ अरुण कुमार पांडेय, डॉ राजकुमार सिंह , अनुभव चक्रवर्ती, डॉ विनोद कुमार ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन एन एस एस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने किया और धन्यवाद ज्ञापन दिवाकर आनंद ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में एन एस एस के टीम लीडर्स क्रमशः सौरभ सोनी, अंशु कुमारी, रोहित राज, अनिल राजभर, आस्था कुमारी, अनिकेत कुमार, दीपक कुमार, कुमारी काजल गुप्ता, अमन कुमार, बॉबी कुमार,नीरज कुमार, गुड्डी कुमारी, अंकित कुमार का उल्लेखनीय योगदान रहा।
संगोष्ठी का शुभारंभ एन एस एस लक्ष्य गीत ” उठे समाज के लिए उठें, जगे स्वराष्ट्र के लिए जागें” से किया गया एवं समाप्त राष्ट्रगान से किया गया।

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