बिहार में ऐसा भी होता है, औचक निरीक्षण से पहले ही वायरल हो गई बिहार के चीफ सेक्रेट्री की चिट्ठी
पटनाः बिहार में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे पूरे प्रशासनिक महकमे की होश उड़ गई है। चीफ सेक्रेट्री द्वारा जारी चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल हो गई। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने पत्र जारी कर कर पंचायतों में चल रहे सरकारी योजना, स्वास्थ्य सुविधाएं, शिक्षा, नल जल, दाखिल खारिज की जांच करने का निर्देश दिया है। लेकिन यह चिट्ठी आम से खास लोगों के पास पहले ही पहुंच गई। औचक निरीक्षण में विभिन्न सरकारी योजनाओं के 13 बिंदुओं पर जांच करनी है। वहीं पत्र वायरल होने के बाद अधिकारी औचक जांच से पहले काम को पूरा करने में जुट गए हैं। जानकारी के मुताबिक औचक निरीक्षण में स्कूलों में अधिकारियों को 10 से 15 मिनट तक बैठकर पढ़ाई की गुणवत्ता का स्तर भी देखना है। इसके साथ ही वे छात्रों की उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति ,स्कूल भवन ,बालक बालिकाओं के लिए शौचालय की स्थिति ,पेयजल, बिजली ,स्कूल ड्रेस, स्कूल की किताबें ,मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना ,कंप्यूटर रूम, प्रयोगशाला की भी जांच कनी है।
सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा को पत्र के अनुसार मांझी प्रखंड के बलेसर पंचायत का औचक निरीक्षण करना था, वहीं उप विकास आयुक्त अमित कुमार को दरियापुर प्रखंड के अकबरपुर पंचायत का औचक निरीक्षण की रिपोर्ट देनी है। प्रधान सचिव ने पूरे दिन सरकारी योजना की जांच कर शाम के समय आनलाइन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। लेकिन जांच के पहले ही इंटरनेट मीडिया पर पत्र वायरल हो गया है। जिससे संबंधित विभाग के कर्मी एवं अधिकारी सचेत हो गए हैं एवं फाइलों को अपडेट करने में लगे हुए हैं।