शहीदों की शौर्य गाथा को हृदय में बसाकर इंकलाब जगाना ही सच्ची श्रद्धांजलि: सुदेश महतो

रांची:आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और सिल्ली के विधायक सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि क्रांतिवीर शहीद रघुनाथ महतो की शौर्य गाथा और वीरता को हृदय में बसाकर इंकलाब जगाना और ललकार की लकीर को बड़ा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। हमने हृदय से झारखंड के क्रांतिकारी वीर शहीदों का वंदन स्वीकार किया है और इसे बड़े फलक पर ले जाने के लिए भी तैयार हैं। हम शहादत के सम्मान का रिश्ता हृदय से निभाना जानते हैं।

चुआड़ विद्रोह के महानायक‌ रघुनाथ महतो के शहादत दिवस पर लोटा किता (सिल्ली) में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने यह बातें कही। शहीद रघुनाथ महतो स्मारक समिति द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा में ग्रामीणों की भारी भीड़ जुटी।

गौरतलब है कि सामाजिक न्याय कार्यक्रम के तहत आजसू पार्टी ने आज पूरे राज्य में शहीद रघुनाथ महतो की याद में श्रद्धांजलि सभा की।

उन्होंने कहा कि क्रांतिवीर रघुनाथ महतो का शहादत माटी और अस्मिता की रक्षा के लिए एवं धरती पुत्रों को एकजुट करने का एक शानदार उदाहरण भी है। जाहिर है इसका दूरगामी प्रभाव रहा है। हमें ऐसे वीर को याद रखना है। यही वजह है कि पहली दफा आज आजसू पार्टी ने पूरे राज्य में रघुनाथ महतो के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है। हमारा इरादा और प्रतिबद्धता उनकी वीरता को देश-दुनिया में स्थापित करना है।

सुदेश कुमार महतो ने कहा कि झारखंड के क्रांतिवीर हूल विद्रोह के नायक सिदो-कानू उलगुलान के नायक वीर बिरसा के अलावा रघुनाथ महतो सरीखे वीर शहीदों ने अंग्रेजी हुकूमत के जुल्म और शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ी और कभी पीठ दिखाना मंजूर नहीं किया। जल, जंगल, जमीन और अस्मिता की हिफाजत को लेकर झारखंडी शहीदों के साहस और शौर्य का एक अविस्मरणीय इतिहास रहा है, लेकिन इतिहास के पन्नों पर इस शौर्य गाथा को उचित और पर्याप्त स्थान नहीं मिला है। सुदेश महतो ने कहा कि आप जब झारखंडी वीर लड़ाकों के बारे में दिल से जानने और समझने की कोशिश करेंगे तो पता चलेगा कि ‘जालियावाला संहार’ से भी ज्यादा यहां के वीर सपूतों ने प्राण न्योछावर किये हैं। झारखंड वीर सपूतों की लड़ाई का मकसद लगभग एक सा रहा – “अपना गांव अपना राज दूर भगाओ अंग्रेजी राज”. इसलिए इस श्रद्धांजलि सभा के जरिए हम सभी को संकल्प लेना है कि शहीदों का अमर बलिदान वृह्द झारखंडी समुदाय को सदैव प्रेरित करता रहेगा।

  • इस पवित्र धरती पर लहू टपका है:

उन्होंने कहा कि वीर शहीद किसी जाति, किसी समाज के लिए नहीं होता, वह सबके लिए लड़ता है। लोटा में रघुनाथ महतो का लहू टपका है। हमारा फर्ज बनता है कि इस लहू का मर्म और रंग कभी फीका नहीं पडने दें। शहीद रघुनाथ महतो और उनके साथियों ने इस जगह पर अपना बलिदान दिया है। यह पवित्र जगह युगों तक हमारे अरमानों में रची और बसी रहेगी। लोटा किता का यह अखाड़ा अगले साल शहीदों के सम्मान में और विस्तार से सजेगा। रघुनाथ महतो के अलावा डोमन भूमिज, कुलटू माझी, सहदेव महतो, गणेश महतो त्रिभुवन महतो समेत सभी साथियों की वेदी खड़े किए जाएंगे। इनके अलावा झारखंड के हर हिस्से से शहीद होने वाले सपूतों के परिवारों को भी हम खोज कर निकालेंगे। उनका सम्मान करेंगे।

  • हेमंत सरकार पर हमला

श्रद्धांजलि सभा में सुदेश कुमार महतो ने हेमंत सरकार पर भी जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा कि इस राज्य की राजनीति को सत्तारूढ़ दलों ने हल्का करके रख दिया है लूट की सरकार ने आम आवाम से विश्वास खो दिया है। हर गंभीर मामलों में सरकार के लोग ओछापन दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि इस राज्य के बुद्धिजीवियों , महिलाओं और खासकर युवाओं को यहां के हालात समझने होंगे । युवाओं को सोचना होगा राज्य को किस ओर ढकेला जा रहा है। उन्होंने कहा कि इतिहास साक्षी है कि किसी क्षेत्र अथवा राष्ट्र का गौरव तभी जाग्रत रहता है जब वो अपने स्वाभिमान और बलिदान की परम्पराओं को अगली पीढ़ी को भी बताता है, सिखाता है, और उन पर गर्व तथा गुमान बनाए रखने के लिए निरंतर प्रेरित करता है। वीरों की गर्वीली कहानियों से पल-पल जुड़ा रहता है। फिर झारखंड के पास तो गर्व करने के लिए अनेक शौर्यगाथाएं हैं। चेतनामय विरासत हैं।

  • शहीद के वंशज भी पहुंचे, सम्मानित हुए

सरायकेला नीमड़ी प्रखंड स्थित घोटिया डे गांव से रघुनाथ महतो के कई वंशज भी श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे थे उन्हें इस सभा में शामिल होने के लिए नए निमंत्रण भेजा गया था आजसू पार्टी के अध्यक्ष और सिलने के विधायक सुदेश कुमार महतो, हरेलाल महतो और अन्य अतिथियों ने शॉल ओढ़ाकर तथा फूलों का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया।

  • सौंदर्यीकरण योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन

इस मौके पर सुदेश कुमार महतो ने पंचायत प्रतिनिधियों के साथ लोटा पंचायत के ग्राम लोटा (गढ़तेतेर) में पीसीसी एवं शहीद स्थल सौंदर्यीकरण का शिलान्यास किया। साथ ही शहादत स्थल तोरण द्वार के अलावा ग्राम लोटा के दुर्गा मंदिर में जल नल निर्माण कार्य का उद्घाटन किया।

  • रक्तदान शिविर

रघुनाथ महतो की याद और सम्मान में गूंज परिवार और शहीद रघुनाथ महतो स्मारक समिति लोटा के द्वारा लगाए गए रक्तदान शिविर में समिति के कई सदस्यों और ग्रामाणों ने रक्तदान किया।

  • बाइक रैली और सांस्कृतिक कार्यक्रम

लोटा किता में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए सिल्ली, मुरी, रामपुर, पतराहातू, सोनाहातू, बारेदा, बुढाम, तमाड़, इचागढ़ से लोगों ने बाइक रैली निकाली। और नारे लगाते हुए समारोह स्थल पहुंचे। इधर बड़ी तादाद में ग्रामीणों की अगुवाई करते हुए सुदेश महतो ने लूटा गीता में पदयात्रा की और पारंपरिक वाद्ययंत्रों तथा ढोल नगाड़े की गूंज के बीच कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। यहां सभी लोगों ने बलिवेदी पर फूल माला चढ़ाएं इसके बाद शहीद के सम्मान में लोक कलाकारों ने छऊ, पाइका, झूमर नृत्य और गीत का प्रदर्शन किया।

  • विशिष्ट अतिथियों ने भी संबोधित किया

शहादत दिवस के मौके पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को आजसू पार्टी के गोमिया विधायक डॉक्टर लंबोदर महतो पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस, उमाकांत रजक, पूर्व सांसद रामटहल चौधरी, जिप अध्यक्ष निर्मला भगत, उपाध्यक्ष वीणा चौधरी के अलावा देवशरण भगत, हरेलाल महतो, तिवारी महतो, डॉ मुकुंद मुकुंद चंद्र मेहता, डॉ शशि भूषण महतो, डॉ राजाराम महतो डॉ वृंदावन महतो, गुंजल इकीर मुंडा, मंजू सिंह मुंडा, राजेंद्र शाही मुंडा, मानकी सिंह मुंडा, परमेश्वरी सांडिल, सुकरा सिंह मुंडा, रामदुर्लभ सिंह मुंडा ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने रघुनाथ महतो की शहादत पर चर्चा के साथ झारखंड के क्रांतिवीरों की शौर्य गाथा को सामाजिक राजनीतिक और ऐतिहासिक पटल पर उचित और पर्याप्त स्थान दिलाने के लिए आगे बढ़ने का संकल्प लिया।

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