170 श्रद्धालुओं का जत्था उत्तराखंड स्थित श्री हेमकुंड साहिब जी की यात्रा के लिए रवाना
रांची: गुरुनानक सेवक जत्था की स्थापना के पच्चीस वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मनीष मिढ़ा,पंकज मिढ़ा,सूरज झंडई,करण अरोड़ा,आशु मिढ़ा,नवीन मिढ़ा और पवनजीत सिंह खत्री की अगुआई में 170 श्रद्धालुओं का जत्था आज तीन जून, मंगलवार को उत्तराखंड स्थित श्री हेमकुंड साहिब जी की यात्रा के लिए कृष्णा नगर कॉलोनी से रवाना हुआ.दोपहर 2.30 बजे गुरु घर के सेवक मनीष मिढ़ा ने वाहेगुरु से ‘ घर बाहर तेरा भरवासा तू जन के है संग..’ तथा चरण चलो मारग गोबिंद..’ अरदास कर यात्रा आरंभ करने की आज्ञा मांगी तत्पश्चात गुरुद्वारा साहिब के पार्किंग स्थल में गुरुनानक सत्संग सभा,गुरुनानक भवन कमिटी, गुरुनानक बाल मंदिर स्कूल कमिटी और स्त्री सत्संग सभा ने श्रद्धालुओं के जत्थे को माला पहनाकर बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारे के साथ सभा द्वारा बुक किए गए तीस ऑटो रिक्शा द्वारा रांची रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया.सत्संग सभा के अध्यक्ष द्वारका दास मुंजाल,सचिव अर्जुन देव मिढ़ा, उपाध्यक्ष सुरेश मिढ़ा,भवन कमिटी के अध्यक्ष हरविंदर सिंह बेदी,सचिव चरणजीत मुंजाल, गुरुनानक बाल मंदिर स्कूल कमिटी के अध्यक्ष नीरज गखड़,सचिव अश्विनी सुखीजा,स्त्री सत्संग सभा की गीता कटारिया,नीता मिढ़ा,शीतल मुंजाल,इंदु पपनेजा और संस्था के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने जत्थे में शामिल सभी सदस्यों को यात्रा की सफलता की शुभकामनाएं दी.श्री हेमकुंड साहिब जी की यात्रा करने जा रहे जत्थे में सात वर्षीय साहिब सिंह खत्री,आठ वर्षीय ध्रुव अरोड़ा एवं तिरसठ वर्षीय जगदीश मुंजाल तक की विभिन्न आयु वर्ग के श्रद्धालु शामिल हैं.जत्था शाम 4.25 बजे रांची से दिल्ली के लिए गरीब रथ ट्रेन से रवाना हुआ.
संस्था के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने जानकारी दी कि यह जत्था कल चार जून की सुबह साढ़े ग्यारह बजे दिल्ली पहुंचेगा और वहां गुरुद्वारा श्री शीशगंज साहिब और गुरुद्वारा श्री बंगला साहिब जी के दर्शन कर शाम को पांच बजे ऋषिकेश के लिए रवाना हो जाएगा.छह जून को ऋषिकेश से सुबह छह बजे बस द्वारा प्रस्थान कर जत्था रात आठ बजे गोविंद घाट पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगा.सात जून को गोविंद घाट से यात्रा शुरू होगी,सभी श्रद्धालु गोविंद घाट से 13 किलोमीटर पैदल यात्रा कर गोविंद धाम पहुंच कर रात्रि विश्राम करेंगे.आठ जून को जत्था गोविंद धाम से 6 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर दोपहर बारह बजे श्री हेमकुंड साहिब पहुंच कर बर्फीले पहाड़ों के बीच स्थित सरोवर में स्नान कर पवित्र गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करेगा और अरदास के बाद दोपहर दो बजे वहां से निकलकर उसी शाम वापस गोविंद धाम पहुंच कर रात्रि विश्राम करेगा.नौ जून को जत्था सुबह सात बजे गोविंद धाम से प्रस्थान कर दोपहर ग्यारह बजे वापस गोविंद घाट पहुंचेगा और वहां से जत्था के सदस्य दोपहर बारह बजे बद्री नाथ धाम के लिए बस द्वारा रवाना हो जाएंगे.दोपहर तीन बजे श्री बद्री नाथ धाम के दर्शन के बाद वहीं रात्रि विश्राम होगा.दस जून को सभी श्रद्धालु सुबह श्री बद्री नाथ धाम से बस से रवाना होकर रात को ऋषिकेश पहुंचेंगे जहां संपूर्णता की अरदास के साथ ही इस यात्रा का समापन हो जाएगा.बारह जून को दिल्ली से गरीब रथ से प्रस्थान कर जत्था तेरह जून को सुबह वापस रांची पहुंचेगा.

