स्वांसी समाज ने की बैठक, जिप अध्यक्ष मसीह गुड़िया को सौंपा मांगों का ज्ञापन
खूंटी: स्वांसी समाज की बैठक सोमवार को स्थानीय राजस्थान भवन में शहदेव स्वांसी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कई मुद्दे पर चर्चा हुई।
जिसमें मुख्य रूप से समाज के बारे में सामूहिक विचार करते हुए स्वांसी समाज की ज्वलंत मुद्दे पर विचार किया गया। बैठक के बाद मांगों का ज्ञापन जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया को सौंपा।
ज्ञापन के मुताबिक इतिहास के पन्नों में सन 1895 में भगवान बिरसा मुंडा के गुरु के रूप में आनंद पांड का उल्लेख मिलता है जो स्वांसी जाति समुदाय के थे। परंतु उसे आज बदलकर आनंद पांडे बताया जा रहा है, जो गलत एवं निराधार है। यह ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से छेड़छाड़ प्रतीत हो रहा है। इससे हम सभी स्वांसी समाज उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। अभी भी इसका दस्तावेज बिहार डिस्ट्रिक गजेटियर के पृष्ठ संख्या 69 में मौजूद है। भगवान बिरसा मुंडा के उत्थान के समय सन. 1895 ई. में आनंद स्वांसी पांड ही उनके आध्यात्मिक एवं राजनीतिक गुरु थे। अभी भी उनके वंशज खूंटी जिला अंतर्गत गोडबेड़ा जरिया में निवास करते आ रहे हैं। वर्तमान में इनका प्रमाण भी इस ज्ञापन के माध्यम से हम सभी प्रस्तुत कर रहे हैं। 1932 सर्वे खतियान में स्वांसी जाति जो कि अनुसूचित जाति में है। खतियान में पांड जाति दर्ज है जिस पर जाति प्रमाण पत्र बनाने में कठिनाई हो रही है। यह भी एक चिंता का विषय है। इस लिपिक भूल को सुधार सुधाकर हम स्वांसी समाज के लोगों के मान मान सम्मान रखते हुए कृपा करें। यह हमारे आने वाले पीढ़ियों के लिए बेहद जरूरी है तथा इसके बिना हम अपना अस्तित्व नहीं बचा पाएंगे।
बैठक में शहदेव स्वांसी,रामचंद्र स्वांसी, लाडो स्वांसी सहित कई स्वांसी समाज के लोग उपस्थित थे।

