शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो की स्मृति में पासवा ने मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का किया आयोजन

रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर कई जगहों पर शोक सभा का आयोजन किया गया। वहीं झारखण्ड प्रदेश पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे के नेतृत्व में शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो की स्मृति में मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन आर्यभट्ट सभागार, रांची विश्वविद्यालय कैंपस में किया गया। जिसका उदघाटन संयुक्त रूप से वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव एवं रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा के द्वारा हुआ।इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एनएसएस की राष्ट्रपति अवार्डी फलक फातिमा थी। ब्लड डोनेशन कैंप का यह कार्यक्रम असहाय और गरीब जरूरतमंद लोगों के लिए किया गया तथा पासवा के द्वारा शिक्षा मंत्री स्व जगरनाथ महतो को विनम्र श्रद्धांजलि के साथ समर्पित किया गया। शिविर में 26 यूनिट ब्लड डोनेट किया गया।
आयोजक के साथ साथ प्रदेश पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे पहले डोनर भी बने।सभी डोनर को वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने सर्टिफिकेट भी दिया।
मीडिया से बात करते हुए डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा रक्तदान का बड़ा महत्व है और एक अच्छी भावना से पासवा आज रक्तदान कराया जा रहा है जो बीमार व्यक्तियों एवं घटना ग्रस्त लोगों के इलाज में काम आऐगा।शिक्षा मंत्री के निधन पर उन्होंने कहा आज मन भारी है,दुखित है, जगन्नाथ जी करोड़ों लोगों के चहेता थे उनके निधन से राज्य को अपूरणीय क्षति हुई है, जगन्नाथ महतो एक जुझारू एवं संघर्षशील नेता थे,अलग राज्य निर्माण में उनका सहयोग और संघर्ष हमेशा याद किया जाता रहेगा।शिक्षा के क्षेत्र में गरीब बच्चों को पोशाक,किताब, साईकिल की उपलब्धता सुनिश्चित किया तो वहीं उनका सपना मॉडल स्कूल अब पूरा होने वाला है।शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने बहुत काम किया,अच्छी अच्छी नीतियां बनाई।एक वाक्या को याद करते हुए डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि एक दिन अखबार में पढ़ा कि शिक्षा मंत्री 11 वीं में एडमिशन लिया है,मैंने सुबह सुबह उन्हें फोन किया और कहा कि आप हिम्मत वाले नेता हैं जिन्होंने स्वीकार किया कि आप मैट्रिक पास हैं वरना तो लोग बढ़ा चढ़ाकर बोलते हैं।हमने एक होनहार नेता खो दिया है।
रांची विश्वविद्यालय कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि पासवा अध्यक्ष आलोक दूबे ने रक्तदान करके बड़ा ही नेक काम किया है। उन्होंने कहा जगन्नाथ महतो बहुत ही समर्पित नेता थे,विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग कुलपति के रुप में जगन्नाथ महतो जी से मिलने जाता था और जो भी कमियां रहती थी तुरंत पूरा कर दिया करते थे।
मुख्य अतिथि राष्ट्रपति पुरस्कृत एनएसएस स्वंयसेवक फलक फातिमा ने कहा रक्तदान करने से बहुत फायदा होता है,हमें हमेशा रक्तदान करते रहना चाहिए।पासवा की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि अस्पतालों में खून की कभी कमी नां हो।
पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा आज का रक्तदान शिक्षा मंत्री के स्मृति में समर्पित है और एकत्रित रक्त गरीबों, असहायों एवं जरुरतमंदों के काम आएगा।आज के रक्तदान शिविर में युवाओं एवं छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया जो अच्छी बात है। उन्होंने रिम्स प्रबंधन से अनुरोध किया कि रक्त का उपयोग सही जगह पर किया जाए। आलोक दूबे ने कहा आज का रक्तदान शिविर शिक्षा मंत्री के चरणों में समर्पित है।अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पासवा अध्यक्ष ने कहा कोरोना काल में कई बार स्कूल खोलने को लेकर एवं आरटीई कानून 2019 निरस्त करने को लेकर शिक्षा मंत्री से मुलाकात होती थी, शिक्षा की बेहतरी के लिए काफी चिंतित रहते थे और उन्होंने सार्वजनिक रूप से पासवा की प्रशंसा की और उन्होंने कहा सरकारी विद्यालयों के किसी भी शिक्षक या प्रिंसिपल ने स्कूल खोलने के लिए नहीं कहा। आलोक दूबे ने कहा कि सही मायने में राज्य ने एक टाइगर खो दिया है जिसकी भरपाई आने वाले दिनों में नहीं हो सकती है।
पासवा महानगर अध्यक्ष डॉ सुषमा केरकेट्टा ने कहा पासवा ब्लड डोनेशन को एक अभियान के रूप में लेगी ताकि खून की कमी से कोई नुक्सान नां हो।
पासवा महासचिव डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा ब्लड डोनेशन से बड़ा कोई दान और कोई पुण्य नहीं है।
कैंप को सफल बनाने में अनिकेत कुमार, मनीष पाठक, माणिक कुमार, रोहित कुमार, उज्जवल कुमार,रोहण कुमार, रुचि स्मिता, नंदिनी कुमारी, आकृति कुमारी,उमेश कुमार,प्रियम कुमारी ने महती भूमिका निभाई।
रक्तदान करने वालों में आलोक कुमार दूबे,सपना सुमन,मेघा रानी, कुमारी सपना शर्मा,प्रिया कुमारी, सुमित्रा कुमारी,वर्षा कुमारी,दिव्यानी सिंह,चंदना कुमारी,दिव्य भारद्वाज, रुचि स्मिता महानता,गौतम दूबे, मनीष कुमार, उमेश कुमार मुख्य रूप से शामिल हैं।

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