मिशन वात्सल्य एवं बाल असुरक्षा विषयक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
रांची: उपायुक्त लोकेश मिश्रा के निर्देश पर शनिवार को जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल कल्याण संघ के संयुक्त तत्वावधान में “मिशन वात्सल्य एवं बाल असुरक्षा (बाल श्रम, बाल तस्करी, बाल यौन शोषण आदि)” विषयक पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन प्रखंड कार्यालय, खूँटी में किया गया। कार्यक्रम में सेविकाएं, पंचायत प्रतिनिधि, प्रखंड के निर्वाचित जनप्रतिनिधि और चाइल्डलाइन के स्टाफ, शिक्षा विभाग के कर्मचारी एवं विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं सहित लगभग 100 प्रतिभागियों ने सक्रिय सहभागिता की।
इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी मोहम्मद अल्ताफ़ खान ने अपने संबोधन में कहा कि समुदाय में जागरूकता की कमी के कारण बाल तस्करी और शोषण के मामले सामने आते हैं। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी भी प्रतिभागियों को प्रदान की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी श्रीमती ज्योति कुमारी ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु बच्चों, अभिभावकों, समुदाय, PRI सदस्यों एवं सरकारी तंत्र सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति एवं पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति बैठकों को नियमित रूप से आयोजित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
खूँटी की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी श्रीमती अभा कुमारी चौधरी ने बच्चों में असुरक्षा की बढ़ती घटनाओं के लिए अत्यधिक नशाखोरी को एक प्रमुख कारण बताया और विद्यालयों से जुड़कर माता-पिता की काउंसलिंग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बाल सुरक्षा के लिए सार्वजनिक स्थलों पर सूचना बोर्ड लगाने का भी सुझाव दिया।
कार्यक्रम के अंतिम सत्र में चाइल्डलाइन के काउंसलर श्री लालमोहन कुमार ने चाइल्डलाइन 1098 सेवा की कार्यप्रणाली एवं बच्चों के त्वरित संरक्षण में इसकी उपयोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी दी। प्रतिभागियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस प्रकार उन्होंने सरकारी तंत्र की सहायता से बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
यह आयोजन न केवल बाल सुरक्षा के मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श का मंच बना, बल्कि जमीनी सच्चाइयों को उजागर कर व्यावहारिक समाधान तलाशने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल सिद्ध हुआ।

