एनएसएस के छात्रों ने पहाड़ी टोला स्लम बस्ती में चलाया जागरूकता अभियान
रांची: विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई ,यूनिसेफ , झारखण्ड एवं गोस्सनर महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को पहाड़ी मंदिर के शामिल पहाड़ी टोला स्लम में ” आओ कुछ नया सीखें(हंसी) ” और ” मासिक धर्म स्वच्छता ” विषय पर जागरूकता कार्यक्रम सह कॉपी, पेंसिल, रबर, कपड़ा एवं सेनेटरी पैड वितरण कार्यक्रम का आयोजन यूनिसेफ की पार्टनरशिप एवं संचार पदाधिकारी आस्था अलंग, एन एस एस के डॉ ब्रजेश कुमार एवं डॉ सुब्रतो सिन्हा के कुशल मार्गदर्शन में किया गया।
हंसी के कार्यक्रम में कुल 120 छोटे – छोटे बच्चों को एन एस एस के स्वयंसेवकों ने उन्हें स्वच्छता , हाथ धुलाई के तरीकों, खेल – खेल में पढ़ाई आदि गतिविधियों को बताया एवं उनके अंदर आत्मविश्वास हेतु संवाद एवं उनके दिनचर्या की जानकारी ली।एन एस एस के कुल 50 स्वयंसेवकों ने उन बच्चों को पढ़ाया- लिखाया एवं उनके अंदर की छुपी प्रतिभा को भी समझने का कार्य किया।
हंसी के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एन एस एस , आर यू के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा कि यूनिसेफ और एन एस एस के साझेदारी में ऐसा अनूठा प्रयोग किया जा रहा है एवं आने वाले दिनों में ” इच वन- टीच वन ” के माध्यम से इन छोटे – छोटे बच्चों के बीच पढ़ाई के साथ व्यवहारिक ज्ञान, संस्कार एवं सामाजिक सम्वेदना आदि भावों को विकसित कर इन नौनिहालों का जीवन सफल हो ऐसा सार्थक पहल किया जाएगा। हंसी के कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों के बीच कॉपी, पेंसिल, रबर एवं कटर तथा कपड़ों का वितरण किया गया।एन एस एस के स्वयंसेवकों के इस सामाजिक पहल का सभी ने सराहना की।
मासिक धर्म स्वच्छता विषय पर यूनिसेफ की कंसलटेंट डॉ प्रियंका सिंह ने कहा कि मासिक धर्म के दौरान सावधानी रखने, विशेष स्वच्छता रखने एवं इसे महिलाओं के विशेष उपहार के रूप में देखना चाहिए। इस कार्यक्रम में कुल 55 महिलाएं एवं किशोरियों ने मासिक धर्म के अवधि में क्या – क्या सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे में अपनी चुप्पी तोड़कर संवाद खुलकर किया।आज पहाड़ी टोला स्लम के लगभग 200 महिलाओं एवं किशोरियों के बीच सेनेटरी पैड का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने जो सवाल पूछे उनमें सावित्री देवी, संजू देवी, सुमन एवं सुनीता शामिल है।
एन एस एस एवं यूनिसेफ के माध्यम से राँची के कई स्लमों में इस अभिनव प्रयोग चलाया जाएगा ।
आज के सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ सुब्रतो सिन्हा, डॉ करण मिंज, पूनम कुमारी, आस्था कुमारी, उज्ज्वल कुमार, संदीप कुमार, श्रद्धा , पूजा कुमारी, अविनाश कुमार आदि एन एस के स्वयंसेवकों का उल्लेखनीय योगदान रहा।