बाल संरक्षण एवं बाल अधिकार से जुड़े मुद्दों पर समाज को जागरूक करने की जरूरत : राजेश्वरी बी

रांची: मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने सर्ड भवन के सभागार में दीनदयाल ग्राम स्वावलम्बन योजना की प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओं से मिलकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। मौके पर मुकेश कुमार-व्याख्याता, श्री राजीव कुमार रंजन, अनिल यादव सहायक निदेशक एवं स्वावलम्बन योजना की कार्यरत स्वावलंबी दीदियां उपस्थित थी।

मनरेगा आयुक्त द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए बताया गया कि राष्ट्र एवं राज्य स्तर पर बच्चों के लिए बहुत सारी नीतियों का निर्धारण किया गया है। उन्हीं नीतियों को धरातल पर उतारने के लिए समाज के हर बच्चे को विशेषकर, जरूरतमंद बच्चे को उनके अधिकार के प्रति जागरूक करना ही हमारा कर्तव्य है। प्रशिक्षण का उद्देश्य यह है कि बाल संरक्षण एवं बाल अधिकार से जुड़े मुद्दों पर हम समाज को जागरूक कर सकें और बच्चों के प्रति दायित्वों का निर्वहन नीतिगत सिद्धांतों के मुताबिक कर सकें।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में मनरेगा आयुक्त द्वारा मिशन वात्सल्य के मुख्य कार्यों के बारे में बताया गया कि “मिशन वात्सल्य” के मुख्य कार्यों में संवैधानिक निकायों के कामकाज में सुधार लाना, सेवा प्रदान करने के ढांचे को मजबूत बनाना, संस्थागत देखभाल और सेवाओं के स्तर में वृद्धि करना, गैर-संस्थागत समुदाय आधारित देखभाल को प्रोत्साहित करना, आपात स्थिति में पहुंच उपलब्ध कराना, प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण शामिल हैं। करते हुए उन्होंने कहा कि “मिशन वात्सल्य का लक्ष्य भारत के हर बच्चे के लिए एक स्वस्थ एवं खुशहाल बचपन सुनिश्चित करना, उन्हें अपनी पूर्ण क्षमता का पता लगाने के लिए अवसर प्रदान करना, हर क्षेत्र में विकास के लिए सहायता प्रदान करना, उनके लिए ऐसी संवेदनशील, समर्थनकारी और समकालिक इको-व्यवस्था स्थापित करना है जिसमें उनका पूर्ण विकास हो।

इस दौरान सखी मण्डल की दीदियों ने बताया कि महिलाएं अब आत्मविश्वास से पूर्ण हैं। महिलाओं ने अपने विचार रखे। दीदियों द्वारा बताया गया कि अब लोग साफ-सफाई और स्वच्छता के लिए गंभीर दृष्टिकोण अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा मे योजनाओं के विषय मे व इससे जुड़े लाभ से व्यापक रूप से ग्रामीणों को अवगत कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार विचार में परिवर्तन आने से जीवन में सकारात्मक दिशा मिली है।

महिलाओं ने अपने अनुभव साझा करने के क्रम में बताया कि किस प्रकार विचार में परिवर्तन आने से ग्रामीण क्षेत्र प्रगति की ओर अग्रसर हुए हैं। उन्होंने कहा कि गाँव के विकास के लिए सरकार द्वारा लायी गयी योजनाओं का सीधा लाभ हमें मिल रहा है। इसके लिए सभी ग्रामीण एकजुट होकर कार्य कर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि अब लोग साफ-सफाई और स्वच्छता के लिए गंभीर दृष्टिकोण अपना रहे हैं। इसके साथ ही दीदियों ने बताया कि वर्तमान में गांव का हर व्यक्ति प्रगति के लिए तैयार है, जिसमें उन्होंने जागरूक दृष्टिकोण के साथ कार्य करना प्रारम्भ कर दिया है। स्वावलम्बन योजना के तहत जल संरक्षण की विभिन्न संरचनाओं का निर्माण यथा टीसीबी, मेढ़ बंदी, सोखता गड्ढा आदि के तहत कार्य जारी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *