मनरेगा और जेटीडीएस अभिसरण के तहत हो सकता है योजनाओं का क्रियान्वयन : मनरेगा आयुक्त
रांचीःमनरेगा के अंतर्गत 263 विभिन्न प्रकार के अनुमान्य कार्य किए जा सकते हैं जिनमें जल एवं मृदा संचयन, कृषि संबंधी कार्य, एनआरएन संबंधी कार्य, बागवानी तथा अन्य तरह की वृक्षारोपण, पशु शेड इत्यादि प्रमुख हैं। इसलिए मनरेगा एवं झारखंड ट्राईबल डेवलपमेंट सोसायटी के अभिसरण के तहत विभिन्न प्रकार की योजनाओं को क्रियान्वित किया जा सकता है। उक्त बातें मनरेगा आयुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने होटल बीएनआर चाणक्य में आयोजित जेटीडीएस की एक दिवसीय राज्यस्तरीय अभिसरण कार्यशाला में कहीं।
श्रीमती राजेश्वरी बी ने कहा कि अभिसरण के तहत बिरसा हरित ग्राम योजना में अपार संभावना है इससे बागवानी के लाभुकों के चयन में सहयोग मिलेगा साथी बागवानी सखी के चयन भी आसान हो जाएगा और बागवानी संबंधित तकनीकी ट्रेनिंग व बी एच जी वाई के व्यापक प्रचार-प्रसार सभी सहयोग मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि दीदी बगिया में अभिसरण करने से जहां उद्यमियों के चयन में सहयोग होगा वही प्रशिक्षण देने एवं समय-समय पर क्षमता वर्धन में भी हम उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकेंगे। जेटीडी संयुक्त राष्ट्र निकाय इफैड द्वारा वित्त पोषित JTELP परियोजना लागू कर रहा है। 07 साल की परियोजना 31 दिसंबर 2021 को समाप्त हुई। परियोजना के साथ-साथ सीखने के इस कार्यशाला प्रभाव मूल्यांकन में अतिरिक्त परियोजना निदेशक, जेटीडी श्री आशीष आनंद द्वारा भी प्रस्तुत किया जाता है। इस कार्यशाला का नतीजा संयुक्त राष्ट्र निकाय इफैड के साथ भी साझा किया जाएगा
जेटीडीएस की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन का मुख्य उद्देश्य विकास क्षेत्र में कार्य कर रहे विभिन्न विभागों एनजीओ अधिकारियों को एकजुट होकर अभिसरण के तहत कार्य करने को प्रोत्साहित करना था जिसमें ग्रामीणों और लाभुकों का समेकित विकास किया जा सके। कार्यशाला में विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की भी जानकारी दी गई और सभी योजनाओं को अधिकतम लाभुकों तक पहुंचाने की बात की गई। कार्यशाला में जेएसएलपीएस के सीईओ श्री सूरज कुमार ने झारखंड की महिला दीदियों के विकास हेतु विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
राज्य स्तरीय कार्यशाला में मुख्य रूप से राज्य परियोजना निदेशक जेटीडीएस श्री भीष्म कुमार सहित निदेशक टी आर आई,निदेशक आईसीएआर पलांडू, निदेशक लाह रिसर्च संस्थान कई पदाधिकारी उपस्थित थे।