भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपने निवास स्थान पर लौटे
रांची: झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे, समाजसेवी भानू प्रताप सिंह, संजीत यादव, भरत तिवारी, अभिषेक साहू, राजेश शाहदेव, सुधांशु शाहदेव, जगन्नाथ साहू, मेंहुल दूबे समेत अन्य लोग भगवान जगन्नाथ प्रभू की घुरती रथ यात्रा महोत्सव में शामिल हुए।
विष्णु सहस्रनाम का एक हजार एक मंत्रोच्चार किया, तत्पश्चात भगवान की आरती की। भगवान को भोग लगाया एवं भक्त जनों के बीच वितरित किया।
इस मौके पर आलोक कुमार दूबे ने संवाददाताओं से कहा कि आज का दिन बहुत विशेष है वस्तुतः आज का दिन का विशेष महत्व इसलिए है क्योंकि रथ यात्रा पर्व की शुरुआत आज से नौ दिन पूर्व हुई थी; आज से नौ दिन पूर्व भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ मौसी बाड़ी गए थे और आज नौ दिनों तक मौसी के घर में रहने के बाद भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मूल निवास वापस आए और इसी के क्रम में वापसी के लिए रथ यात्रा आज आयोजित की गई।
आलोक कुमार दूबे ने पूजा अर्चना के उपरान्त जगन्नाथ स्वामी से राज्य में खुशहाली,अमन, तरक्की एवं अच्छी बारिश की कामना की।
पूजा अर्चना के उपरान्त फूलों के रथ पर विराजमान प्रभू जगन्नाथ, भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा के साथ मौसी घर से मंदिर के लिए रवाना हुए।हजारों श्रद्धालुओं के साथ आलोक दूबे, भानू प्रताप सिंह,भरत तिवारी, संजीत यादव, राजेश शाहदेव ने रस्सी खींचा और पुण्य अर्जित किया।
मीडिया कर्मियों से बात करते हुए आलोक दूबे ने कहा घुरती रथ यात्रा का उत्सव धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। उन्होंने कहा भगवान के रथ को खींचने से सभी दुःख, दर्द,कष्ट समाप्त होते हैं और सौ यज्ञ करने के समान पुण्य की प्राप्ति की मान्यता है।
पावन मौके पर मिडिया कर्मियों से बात करते हुए कांग्रेस नेता आलोक दूबे ने कहा भगवान जगन्नाथ के रथ की रस्सी खींचने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।श्रद्धा, भक्ति,ज्ञान, समर्पण एवं अहंकार मुक्त रथ यात्रा के पावन पुण्य से सभी के जीवन में सुख, समृद्धि,यश, कीर्ति और आरोग्य स्थापित होने की प्रभू से कामना करता हूॅं।