झारखण्ड मुक्ति मोर्चा शिवालय का घंटा है क्या कोई भी बजाकर चला जाता है : सुप्रियो भट्टाचार्य

रांची : ऑफिस ऑफ़ प्रॉफिट मामले में चुनाव आयोग ने राज्यपाल को रिपोर्ट सौप दिया है. इसपर राज्यपाल कभी भी फैसला सुना सकते हैं. उधर राज्यपाल के फैसले से पहले ही प्रदेश में कई तरह के राजनीतिक चर्चा होने लगी है.कई सोशल मीडिया में कई तरह की ख़बरें चल रही है. कोई सीएम हेमंत सोरेन के तीन साल तक चुनाव लड़ने पर प्रतिबन्ध की बात कर रहा है तो कोई सीएम की सदस्यता रद्द की बात कर रहा है. इसी बीच झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने पत्रकारवार्ता आयोजित कर भाजपा पर जमकर हमला बोला है.
उन्होंने कहा कि इनदिनों झारखण्ड मुक्ति मोर्चा शिवालय का घंटा बन गया है जो भी आता है बजाकर चला जाता है। इस मामले में चुनाव आयोग के फैसले से पहले ही भाजपा के सांसद और विधायक अपना फैसला मीडिया में सुना रहे हैं। ऐसा लगता है कि इसकी पट कथा भाजपा ने ही लिखी है। उन्होंने कहा की मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक चुनाव आयोग ने राज्यपाल को सील बंद लिफाफा दिया है तो इसकी जानकारी राज्यपाल को होना चाहिए. लेकिन राज्यपाल को जो बात मालूम नहीं है वह भाजपा के नेताओं को है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इसकी पटकथा पंडीत दीनदयाल मार्ग में लिखी गई है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा संवैधानिक संस्थाओं का जमकर दुरूपयोग कर रही है. इससे कही न कही चुनाव आयोग के विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा होता है.उन्होंने सांसद निशिकांत दुबे पर सरकारी दस्तावेज को सार्वजनिक करने पर उनपर अपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की. साथ ही उनकी सांसद की सदस्यता भी रद्द करने की मांग की है. भाजपा को झामुमो ने 2019 के चुनाव में हराया है. आगे भी उसके साथ दो-दो हाथ करने के लिए झामुमो तैयार है.
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव आयोग का जो भी फैसला आएगा उसके लिए झामुमो तैयार है.फैसले के बाद कई विकल्प भी खुले हुए हैं. प्रेसवार्ता में झामुमो सांसद विजय हांसदा मौजूद थे.

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