क्या झारखंड में अब सियासी बम फटने वाला है !
रांची : गजल गायक अनूप जलोटा ने एक बहुत ही अच्छा गजल गाया है वह है चिट्ठी आई है आई है चिट्ठी आई है। यह गजल इन दिनों झारखंड की राजनीति पर फिट बैठ रहा है। सीएम हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ़ प्रॉफिट मामले में चुनाव आयोग ने राज्यपाल रमेश बैस को बंद लिफाफा भेजा। लिफाफा आने से करीब एक महीने बीतने को है। लेकिन अबतक वह लिफाफा नहीं खुला है। उस लिफाफे के अंदर इतना पता है कि सीएम हेमंत सोरेन से जुड़े ऑफिस ऑफ़ प्रॉफिट मामले पर चुनाव आयोग का मंतव्य है। लेकिन जबतक लिफाफा खुल नहीं जाता है तबतक प्रदेश के सत्ताधारी नेताओं के सामने कभी खुशी और कभी गम वाली बात हो रही है। 25 अगस्त के बाद से ही सीएम हेमंत सोरेन की दिल की धड़कनें तेज हो गई थी। सत्ताधारी विधायकों को पर्यटनस्थलों का सैर कराने ले गए,उन्हें नौका विहार का आनंद करवाया। यही नहीं पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के एक रिजॉर्ट में भी खूब एंजॉय कराया गया। इसके बाद भी राजभवन में लिफाफा नहीं खुला। पहले दुर्गा पूजा,दीपावली का पर्व संपन्न हो गया और अब लोक आस्था का महापर्व छठ आने वाला है। इस बीच राज्यपाल ने रायपुर में एक निजी न्यूज चैनल में कहा झारखंड में भी एक आध एटम बम फट सकता है। इस बयान के बाद प्रदेश को राजनीति गर्म हो गई है। सीएम हेमंत सोरेन के ऑफिस और प्रॉफिट मामले पर चुनाव आयोग से आए पत्र पर सेकंड ओपीनियन लेने की बात कही है। हालांकि चुनाव आयोग के मंतव्य के बाद राज्यपाल कोई भी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन उन्होंने सेकंड ओपीनियन मांगा है। अब देखना होगा कि सेकंड ओपीनियन आने के बाद राज्यपाल क्या निर्णय लेते हैं। फिलहाल पक्ष हो या विपक्ष सभी की नजरें राजभवन पर टिकी हुई है।