रांची के एसएसपी को पोस्टर चिपकना महंगा पड़ा, तो डीसी पर राजभवन ने तरेरी थी आंखे, आरोपों पर उठ रहे थे सवाल

रांची में हुई हिंसा का अनुसंधान कर रहे सीआइडी एडीजी को भी हटाया गया
अंदर की बात
रांचीः राज्य सरकार ने राजधानी रांची के डीसी छवि रंजन और एसएसपी सुरेंद्र झा को हटा दिया है। इसके पीछे कई कारण हैं। अंदर की बात यह है कि रांची के एसएसपी 10 जून को हुए बवाल को सही तरीके से हैंडल नहीं कर पाए। साथ ही सुरेंद्र झा को पेस्टर चिपकाना भी महंगा पड़ गया। अंदर की बात तो यह है कि रांची में हुए बवाल के कारण डीसी और एसएसपी की कुर्सी गई। वहीं इस की जांच कर रहे सीआइडी के एडीजी प्रशांत सिंह का भी तबादला कर दिया गया।
राजभवन और सरकार के बीच फंस गए थे एसएसपी
राजधानी रांची में हुए बवाल के बाज जब जांच शुरू हुई तो एसएसपी ने राजभवन के निर्देश पर उपद्रवियों का पोस्टर जारी कर दिया। फिर राज्य सरकार के निर्देश पर इसे हटा लिया गया। इस पूरे प्रकरण पर गृह विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का ने एसएसपी सुरेंद्र झा को शोकॉज भी किया। लेकिन एसएसपी ने जबाव नहीं दिया। इस कारण भी वे सरकार के टारगेट में थे।
रांची डीसी आरोपों से घिरे थे
रांची डीसी आरोपों से घिरे थे। आरोपों के कारण कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे थे। झारखंड हाइकोर्ट ने भी रांची डीसी की कार्यशैली पर नराजगी जाहिर की थी। निर्माणाधीन अपोलो अस्पताल रास्ता विवाद से जुड़े मामले को लेकर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था। जस्टिस एस चंद्रशेखर और जस्टिस रत्नाकर भेंगरा की बेंच ने यह आदेश दिया था। इसके अलावा राजभवन को भेजे गए भ्रष्ट अफसरों की सूची में छवि रंजन का भी नाम था। छवि रंजन के खिलाफ 26 अक्टूबर 2016 को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था. आरोप यह था कि कोडरमा डीसी के पद पर रहते हुए सरकारी पेड़ की चोरी की थी.

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